बिजली की मांग कम होने पर कोयले का दबाव हो रहा कम
जागरण संवाददाता अनपरा/ओबरा बिजली की मांग में भारी कमी के कारण विद्युत घरों को कोयले को लेकर बना दबाव कम हुआ है। बुधवार दिन में भी बिजली की मांग 10 हजार मेगावाट के करीब बनी रही। इससे पहले मंगलवार पीक आवर के दौरान प्रदेश में बिजली की अधिकतम प्रतिबंधित मांग 15605 मेगावाट दर्ज की गई।
जागरण संवाददाता, अनपरा/ओबरा : बिजली की मांग में भारी कमी के कारण विद्युत घरों को कोयले को लेकर बना दबाव कम हुआ है। बुधवार दिन में भी बिजली की मांग 10 हजार मेगावाट के करीब बनी रही। इससे पहले मंगलवार पीक आवर के दौरान प्रदेश में बिजली की अधिकतम प्रतिबंधित मांग 15605 मेगावाट दर्ज की गई। जिसके कारण ज्यादा उत्पादन का दबाव कम हुआ है। मांग कम होने के कारण मंगलवार को एनर्जी एक्सचेंज से मात्र 81 मेगावाट बिजली ली गई। उधर उत्पादन निगम की सबसे बड़े विद्युत घर अनपरा तापीय परियोजना में कोयले के स्टाक में वृद्धि जारी है। बुधवार को अनपरा में स्टाक 75 हजार मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। इकाइयों से लगातार थर्मल बैंकिग जारी होने की वजह से भी कोयले के खर्च में कमी आई है। अनपरा अ तापघर से दिन में डेढ़ बजे तक 142. 96 मेगावाट, अनपरा बी से 351.02 मेगावाट तथा अनपरा डी से 192.19 मेगावाट थर्मल बैंकिग कराई गई। शाम सवा चार बजे अनपरा अ से 334 मेगावाट, अनपरा बी से 539 मेगावाट तथा अनपरा डी से 281 मेगावाट उत्पादन हो रहा था। अनपरा डी की 500 मेगावाट वाली छठवीं इकाई के बंद होने से भी कोयला खर्च में कमी आई है। अनपरा में लगभग 35 हजार मीट्रिक टन कोयले की प्रतिदिन आपूर्ति हो रही है। उधर ओबरा तापीय परियोजना में भी कोयले की आपूर्ति बढ़ी है। मंगलवार के बाद बुधवार को भी ओबरा में तीन रैक कोयले की आपूर्ति हुई है। ओबरा में कोयले का स्टाक 25 हजार मीट्रिक टन बना हुआ है। बुधवार दिन में ओबरा की 200 मेगावाट की चार इकाइयों से 415 मेगावाट के करीब उत्पादन हो रहा था। जिसमें नौवीं इकाई से 101 मेगावाट, दसवीं से 104 मेगावाट, 11वीं इकाई से 103 मेगावाट तथा 12 वीं से 107 मेगावाट उत्पादन हो रहा था। ओबरा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक इ. दीपक कुमार ने बताया कि कोयले की आपूर्ति बढ़ाई गई है। रोजाना तीन रैक कोयला ओबरा परियोजना आ रहा है।