बेलवादह में ऐश डैम बनने की कवायद शुरू

अनपरा तापीय परियोजना के ऐश डैम निर्माण का कार्य शुरू होने से परियोजना प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। अनपरा के विस्थापितों का मुआवजा व पुर्नवास लाभ को लेकर मामला काफी दिनो से उलझा था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 08:10 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 10:21 PM (IST)
बेलवादह में ऐश डैम बनने की कवायद शुरू
बेलवादह में ऐश डैम बनने की कवायद शुरू

जासं, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा तापीय परियोजना के ऐश डैम निर्माण का कार्य शुरू होने से परियोजना प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। अनपरा के विस्थापितों का मुआवजा व पुनर्वास लाभ को लेकर मामला काफी दिनों से उलझा था। गत दिनों अनपरा तापीय परियोजना के विदेशी अतिथि गृह में एसडीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में अधिग्रहण, पुन‌र्ग्रहण व लीज के 300 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर अनपरा तापीय परियोजना के कब्जे का मामला सामने आया था। जिसमें ग्राम बेलवादह, पिपरी में किसानों की जमीन का बगैर अधिग्रहण किए तीस वर्ष से कब्जा कर राख बांध में समाहित किये जाने व बगैर पुनर्वास प्लाट दिये कार्य किये जाने पर सहमति नहीं बन पायी थी। जिस पर एसडीएम सुशील कुमार यादव ने बेलवादह व पिपरी के जमीन की आधिकारिक नाप चतुर्पक्षीय समिति गठित कर मामले के निस्तारण के निर्देश दिए थे। कमेटी में परियोजना प्रबंधन, वन विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल है। जिनकी देख-रेख में अभी तक दस किसानों की जमीनों का पैमाइश हो चुकी है। जिला प्रशासन के आश्वासन पर किसानों ने कार्य शुरू करने पर सहमति जतायी है। जिला प्रशासन के अनुसार पैमाइश का कार्य पुरा होने पर जिन किसानों की जमीन अधिग्रहण में आयेगी उसे नियमानुसार मुआवजा दिया जायेगा। कुलडोमरी के जिला पंचायत सदस्य बालकेश्वर सिंह, ग्राम प्रधान हरदेव सिंह ने कहा कि 15 दिन के अंदर पैमाइश कर किसानों की भूमि को चिह्नित नहीं किया गया तो पुन: कार्य रोक दिया जायेगा। इस संबंध में अनपरा परियोजना के एक्सईएन एके राय, इं. प्रफुल्ल गुप्ता, इं. संजय महतो आदि ने बताया कि जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद कार्य शुरू कराया गया है। ऐश डैम बांध निर्माण के लिए एनजीटी की गठित ओवरसाइट कमेटी भी अनवरत बांध बनाए जाने का दबाव बनाए हुई थी, क्योंकि परियोजना का बड़े पैमाने पर राख बहकर रिहंद डैम मे जा रहा था।

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