दुकानों पर लग रही उम्मीदवारों की भीड़
चुनाव चिह्न का आवंटन होते ही प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार के लिए दुकानों की ओर रूख किया है। मतदान का समय नजदीक होने के कारण कोई भी अपने प्रचार में पीछे नहीं रहना चाहता। इसलिए बुधवार की देर शाम चुनाव चिन्ह मिलते ही सब लोग अधिक से अधिक संख्या में दुकानों का रूख किया।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : चुनाव चिह्न का आवंटन होते ही प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार के लिए दुकानों की ओर रूख किया है। मतदान का समय नजदीक होने के कारण कोई भी अपने प्रचार में पीछे नहीं रहना चाहता। इसलिए बुधवार की देर शाम चुनाव चिन्ह मिलते ही सब लोग अधिक से अधिक संख्या में दुकानों का रूख किया। गुरुवार को प्रत्याशी चुनाव सामग्री के लिए सजी दुकानों पर उमड़ पड़े। प्रतीक चिह्न के रूप में उन्हें कैमरा, कार, लहसुन, कैंची समेत कई चिन्ह मिले हैं। प्रधान पद के दावेदारों में से किसी को कैमरा, गले का हार मिला तो किसी को कन्नी, किसी को अनाज ओसाता हुआ किसान मिला तो किसी को इमली, किसी को कोट मिला तो किसी को किताब आदि चिन्ह मिले। इसी तरह क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से किसी प्रत्याशी को अनार, ईंट, कांच का गिलास, कड़ाही आदि चिन्ह मिले पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को भी चुनाव चिन्ह मिले।
प्रत्याशियों ने पकड़ी रफ्तार
चुनाव के दौरान कई दिनों से चल रहे जनसंपर्क में प्रत्याशियों, समर्थकों व वोटरों के बीच एक ही उत्सुकता देखने को मिली जो कि चुनाव चिन्ह था। ऐसे में बुधवार को जब प्रत्याशियों के बीच चुनाव चिह्न का आवंटन कर दिया गया तो अब चुनावी सरगर्मी तेज हो गई। चुनाव चिन्ह मिलते ही इंटरनेट मीडिया वाट्सअप, फेसबुक के साथ फोन के जरिए प्रचार शुरू हो गया। सदर ब्लाक के गेट के पास चुनाव चिन्ह दुकानदारों द्वारा बेचा जा रहा था। प्रत्याशियों ने रेडिमेड चिह्न खरीद कर जनसंपर्क शुरू कर दिया। जिला पंचायत प्रत्याशियों के चुनाव चिन्ह का प्रचार इंटरनेट मीडिया पर सबसे अधिक देखने को मिला रहा है। कारण कि इनका कार्यक्षेत्र भी बढ़ा होता है, इसलिए इन्हें प्रचार प्रसार अधिक करना होगा। कुल मिलाकर अब गवई राजनीति अपने चरम पर है। यह क्रम अगले 29 अप्रैल तक इसी तरह चलने वाला है।