तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च व सोंठ से बने काढ़े का करें सेवन

जागरण संवाददाता सोनभद्र कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप से दुनिया भर में पूरी मानव जाि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 05:43 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 05:43 PM (IST)
तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च व सोंठ से बने काढ़े का करें सेवन
तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च व सोंठ से बने काढ़े का करें सेवन

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप से दुनिया भर में पूरी मानव जाति पीड़ित है। ऐसे में शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को बेहतर करना शरीर को निरोगी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हम सभी जानते हैं कि रोकथाम ही बेहतर इलाज है। हालांकि अभी तक कोविड-19 की कोई दवा नहीं बनी है लेकिन इस समय निवारक उपाय करना अच्छा रहेगा क्योंकि इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। यह जानकारी चिकित्साधिकारी आयुष डा. संजय कुमार सिंह ने दी।

उन्होंने बताया कि अपने बारे में जागरूकता, सादगी और सामंजस्य से व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखते हुए उसे और बेहतर कर सकता है। आयुर्वेद शास्त्रों में इस पर काफी जोर दिया गया है। आयुष मंत्रालय श्वसन संबंधी स्वास्थ्य के विशेष संदर्भ के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और निवारक स्वास्थ्य देखभाल के लिए निम्नलिखित दिशा निर्देशों की सिफारिश करता है। बताया कि पूरे दिन गर्म पानी पीएं। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करें। खाना पकाने में हल्दी, जीरा, धनिया और लहसुन जैसे मसालों के उपयोग करें। प्रतिदिन सुबह एक चम्मच यानी 10 ग्राम च्यवनप्राश लें। मधुमेह रोगियों को शुगर फ्री च्यवनप्राश लेना चाहिए। तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ और मुनक्का से बना काढ़ा/ हर्बल टी दिन में एक या दो बार लें। 150 मिली गर्म दूध में आधी चम्मच हल्दी पाउडर दिन में एक या दो बार लें। सुबह और शाम को नाक में तिल का तेल या नारियल का तेल या घी लगायें। एक चम्मच तिल या नारियल का तेल मुंह में लें। उसे पिएं नहीं बल्कि दो से तीन मिनट तक मुंह में घुमाएं और फिर थूक दें। ताजे पुदीना के पत्तों या अजवाईन के साथ दिन में एक बार भाप ले। खांसी या गले में जलन होने पर लवंग (लौंग) पाउडर को गुड़ व शहद के साथ मिलाकर दिन में दो से तीन बार लिया जा सकता है।

chat bot
आपका साथी