अब मुख्यालय में होगी कोरोना की आरटी-पीसीआर जांच
अब्दुल्लाह --------- जागरण संवाददाता सोनभद्र कोरोना के दूसरे लहर के तबड़तोड़ फैलाव के
अब्दुल्लाह
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जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोरोना के दूसरे लहर के तबड़तोड़ फैलाव के बीच राहत दिलाने वाली खबर है। रियल टाइम पेरीमिरेज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) जांच जल्द ही अपने जिले में होने लगेगी। जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल के बर्न यूनिट में आरटी-पीसीआर लैब का खोला जाएगा।
शासन स्तर से जिले में लैब स्थापित करने को लेकर अनुमति प्रदान कर दी गई है। लैब के लिए भवन चयन के निर्देश पर बंद चल रहे बर्न यूनिट भवन का चयनित किया गया है।
जिले में आरटी-पीसीआर लैब की स्थापना एक माह के अंदर करने का लक्ष्य रखा गया है। आरटी-पीसीआर लैब स्थापित होने से कोरोना जांच की गति में तेजी आएगी। इसके बाद जिले में प्रत्येक दिन तकरीबन एक हजार से अधिक लोगों की जांच की जा सकेगी। यह लैब बायो सेफ्टी लेवल टू की होगी। यानी यहां सुरक्षित ढंग से नमूनों की सटीक जांच हो सकेगी।आरटी-पीसीआर से कोरोना जांच के लिए दो लैब टेक्नीशियन को नियुक्त किया जाएगा। जिसकी तलाश शुरू कर दी गई है। उन्हें प्रशिक्षण देकर जांच कराई जाएगी।
आरटी-पीसीआर मशीन लग जाने के बाद अब जांच रिपोर्ट के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वर्तमान में आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लग जाता है। यह मशीन आ जाने के बाद छह से सात घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी। आरटीपीसीआर जांच कोरोना की अंतिम जांच होती है। इसमें आने वाली रिपोर्ट को ही सबसे बेहतर माना जाता है।
वाराणसी नहीं भेजना पड़ेगा सैंपल
कोरोना से जंग जीतने के लिए सरकार द्वारा अब जिला स्तर पर ही कोरोना की अंतिम जांच की व्यवस्था की जा रही है। जिले में आरटी-पीसीआर जांच के लिए दो मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। आरटी-पीसीआर मशीन लगने के बाद अब किसी भी प्रकार का सैंपल वाराणसी नहीं भेजा जाएगा। वर्तमान में एंटीजन और ट्रूनेट जांच ही जिले में हो रही है। इसके अलावा आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल वाराणसी भेजे जा रहे हैं। जिसकी रिपोर्ट तीन दिनों में स्वास्थ्य विभाग को मिलती थी। जिला मुख्यालय पर लैब स्थापित होने से रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर ही मिल जाएगी। बोले अधिकारी ..
एंटीजन किट से जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद लक्षण वाले मरीजों के कन्फर्मेशन के लिए आरटी-पीसीआर जांच कराई जाती है। अब जिले में ही इसकी सुविधा हो जाएगी। वर्तमान में ट्रूनेट और एंटीजन किट से जांच कराने के बाद लोग बाहर घुमते रहते हैं।
अगर तीन से चार दिन बाद आरटी-पीसीआर का जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो आइसोलेट होते हैं। इस कारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है।
- डा, वीके अग्रवाल, प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी