डेल्टा रैंकिग में देश में नंबर वन आया सोनभद्र
जागरण संवाददाता सोनभद्र नीति आयोग ने मार्च 2021 के सर्वे के आधार पर देश के अतिपिछड़े 112 ि
जागरण संवाददाता सोनभद्र: नीति आयोग ने मार्च 2021 के सर्वे के आधार पर देश के अतिपिछड़े 112 जिलों की रैंकिग जारी कर दी है। सोनभद्र ने नीति आयोग के निर्धारित मानकों पर कार्य करते हुए पूरे देश में विकास के क्षेत्र में पहला स्थान हासिल किया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि सोनभद्र स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हुए तीन साल में पहली बार प्रथम स्थान पर आया है। डेल्टा रैंकिग में राजस्थान के जैसलमेर को दूसरा और आसाम के बरपेटा को तीसरा स्थान मिला है। सबसे आखिरी स्थान झारखंड के चतरा को मिला है। चतरा 112वें स्थान पर है। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए इसे संबंधित विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों की मेहनत का परिणाम बताया है।
देश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने पर देश के अति पिछड़े जिलों की सूची तैयार की गई थी। इसमें सोनभद्र भी शामिल था। बाद में नीति आयोग की देखरेख में पिछड़ों जिलों को सात बिदुओं पर कार्य करने और उन्हें पिछड़ा जिला से बाहर करने का कार्य शुरू कर दिया। चार राज्यों बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सीमा से सटे यूपी के जिले सोनभद्र में भी शिक्षा, स्वास्थ्य, विद्युतीकरण, कृषि, आर्थिक समन्यव, कौशल विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि पर प्रशासन ने कार्य करना शुरू किया। अधिकारियों, कर्मचारियों के बेहतर समन्वय और प्रशासनिक अधिकारियों की निरंतर निगरानी से सोनभद्र ने डेल्टा रैंकिग में पूरे देश में प्रथम स्थान हासिल किया है। नीति आयोग की ओर से जारी रैंकिग में सोनभद्र को पहला स्थान जबकि राजस्थान के जैसलमेर को द्वितीय, आसाम के बरपेटा को तृतीय स्थान मिला है। इसी तरह से यूपी के श्रावस्ती को दसवां, फतेहपुर को 13वां, सिद्वार्थनगर को 17वां, चंदौली को 18वां, बहराइच को 23वां, बलरामपुर को 81वां और चित्रकूट को 93वां स्थान प्राप्त हुआ है। इस डेल्टा रैंकिग में देश के तीन आखिरी जिलों में उड़ीसा का मलकानगिरि 110वें स्थान पर, कर्नाटक का रैचुर 111वें और झारखंड का चतरा जिला 112वां रैंक हासिल कर आखिरी पायदान पर है। सोनभद्र के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि डेल्टा रैंकिग में जिले को पहला स्थान मिलना गर्व का विषय है।