-बेस्ट बिफोर डेट देखकर ही खरीदें मिठाई, बनें जागरूक नागरिक
दैनिक जागरण के कार्यक्रम प्रश्न पहर में शुक्रवार को सोनभद्र स्थित जिला कार्यालय में मौजूद रहे
दैनिक जागरण के कार्यक्रम प्रश्न पहर में शुक्रवार को सोनभद्र स्थित जिला कार्यालय में मौजूद रहे जिला अभिहित अधिकारी सुशील कुमार सिंह। दोपहर 12:30 बजे से 01:30 बजे तक उन्होंने जिले के विभिन्न इलाकों से आने वाले फोन पर सवालों का जवाब दिया। स्वस्थ खान-पान के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि स्वस्थ जिदगी के लिए जरूरी है कि आप जागरूक नागरिक बनें। इसी से क्या खाएं, कहां खाएं और कैसे खाएं की जानकारी आप स्वयं ले सकते हैं और परिवार को दे सकते हैं। आगामी दीपावली के समय मिठाईयों की मांग बढ़ जाती है। उसे पूर्ण करने के लिए कई दुकानदार मिलावट करने लगते हैं। इस लिए जब आप जागरूक रहेंगे तो मिलावट को स्वत: समझ सकते हैं। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जो नए नियम बनाए गए हैं उसके तहत दुकानों पर मिठाई की ट्रे के साथ बेस्ट बिफोर डेट भी लिखना है। आप जब भी दुकान पर जाएं तो बेस्ट बिफोर डेट देखकर ही मिठाई खरीदें। फलों में लगे स्टीकर वाले स्थान को काटकर अलग कर लें, छिलका उतारकर ही ऐसे फलों को खाएं। सम्मानित पाठकों के सवाल-जवाब के कुछ अंश..। सवाल : बाजार में मिलने वाले केले में कार्बाईट की कैसे पहचान करें?
जवाब : आमतौर पर जिले में कार्बाईट से केला पकाने का मामला न के बराबर ही है। वैसे अगर किसी जांचना है तो ज्यादा पीला होने के साथ ही थोड़ी अलग तरह की गंध आती है तो यह मान लें कि कार्बार्ट से पकाया गया है। सवाल : सेव खरीदते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
जवाब : सेव की खरीदारी करते समय इस बात का ख्याल रखें कि उसपर स्टीकर न लगा हो। अगर लगा हो तो खाने से पहले स्टीककर को हटा दें। जहां स्टीकर लगा रहे उस स्थान को काटकर निकाल दें। साथ ही छिल्के के ऊपर चाकू से खरोंचे अगर सफेद परत निकले तो यह माना जाता है कि इसपर मोम की कोटिग की गई है। ऐसे में छिलके को उतारकर ही खाएं। सवाल : खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की तरफ से जारी किए जाने वाले लाइसेंस की व्यवस्था में कुछ बदलाव हुआ है क्या?
जवाब : हां, उच्च स्तर से ही बदलाव किया गया है। इससे लाइसेंस जारी करने की व्यवस्था और सरल होगी। हालांकि यह एक नवंबर से लागू होगी। पहले फूड लाइसेंस एंड रजिस्ट्रेशन सिस्टम यानी एफएलआरएस के जरिए पंजीकरण होता था। अब एन नेशन वन फूड सिस्टम लागू किया गया है। इसके लागू होने पर निर्माताओं को मोडिफिकेशन जरूरी होगा। 31 दिसंबर तक कोई शुल्क नहीं लगेगा। उसके बाद शुल्क देय होगा।
सवाल : नई व्यवस्था के लिए कोई नंबर है जिसपर अधिक जानकारी मिलती है
जवाब : कोई भी व्यापारी वन नेशन वन फूड के बारे में जानकारी ले सकता है। इसके लिए 9868686868 पर मैसेज कर सकता है। इसके साथ ही 1800112100 टोल फ्री नंबर पर फोन किया जा सकता है।
सवाल : शहद असली है या मिलावट इसकी जांच कैसे करें?
जवाब : शहद की जांच के लिए बेहद आसान तरीका है। सबसे पहले शीशे की गिलास में पानी लें। शहर को एक या दो बूंद पानी में गिराएं। अगर वह सीधे नीचे जाकर फैले तो शहद सही है अगर पानी में गिरते ही घुलने लगे तो उसमें मिलावट है।
सवाल : ईट राईट अभियान क्या है, इसमें क्या नया है?
जवाब : इस अभियान के तहत व्यक्ति को स्वस्थ रखने के लिए सही खान-पान का तरीका बताया जाना है। जैसे कम नमक, कम तेल और कम चीनी के इस्तेमाल के लिए जागरूक करना है। इसी तरह हर जगह स्वस्थ भोजन के लिए भी जागरूक करना है।
सवाल : इस समय मिठाई की दुकानों पर क्या खास ध्यान देना है?
जवाब : कोरोना संक्रमण के बीच हम सभी को सतर्क होकर रहना है। शारीरिक दूरी की अनिवार्यता, मास्क लगाने के नियम का पालन करना चाहिए। कोशिश करें कि बाहर कम खाएं। वहां से पैक कराकर घर लेजाकर खाने की कोशिश करें।
इन क्षेत्रों से इन्होने किया फोन
रामगढ़ से सुरेश कुमार और छोटू ने फोन कर खाद्य सामग्रियों के बारे में जानकारी लिया। इसी तरह खलियारी से बजरंगी, अमित, करमा के मदैनिया से सचीन, कसयां से सोनू, मधुपर से रामप्रवेश, पिथौरी से पिटू, भड़कना से राजकुमार, गुरुवल से रमेश कुमार, दुद्धी से उमेश सिंह, कोन से राजेश, ओबरा से ओम प्रकाश ने फोन किया।