सालभर में ही खराब हो गई सड़क,बढ़ी परेशानी
लाख दावों के बावजूद जिले की सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो सकीं है। चतरा ब्लाक क्षेत्र के तमाम ऐसे गांव है जहां पर आज भी सड़कों की हालत खराब है। जहां हैं वह भी पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील है। आलम यह है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़कें वर्षभर आवागमन के लिए ठीक-ठाक रहती है लेकिन जैसे ही बारिश का मौसम आता है स्थिति बहुत ही नारकीय हो जाती है।
जागरण संवाददाता, रामगढ़ (सोनभद्र) : लाख दावों के बावजूद जिले की सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो सकीं है। चतरा ब्लाक क्षेत्र के तमाम ऐसे गांव है जहां पर अब भी सड़कों की हालत खराब है। जहां हैं वह भी पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील है। हाल यह है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़कें वर्षभर आवागमन के लिए ठीक-ठाक रहती है, लेकिन जैसे ही बारिश का मौसम आता है स्थिति बहुत ही नारकीय हो जाती है।
नगवां ब्लाक क्षेत्र के सुअरसोत गांव से चरगड़ा (जहां से थोड़ी ही दूर बाद बिहार बॉर्डर पड़ता है) 22 किलोमीटर की सड़क व रपटा जगह-जगह खराब होने से आवागमन करने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उक्त सड़क का निर्माण वर्ष 2018 के मार्च से प्रारंभ होकर वर्ष 2019 मार्च तक चला था। लेकिन निर्माण के साल भर के बाद ही निर्माण की पोल खुल गई। ग्रामीण मैनुद्दीन अंसारी, शाकिर हुसैन, राम लखन अगरिया, विजय बहादुर खरवार, नसीम, इसराइल अंसारी, छन्नू आदि ने सड़क मरमत के साथ ही नैनदह नदी पर रपटा की जगह पुल बनवाने की मांग की। 13 करोड़ से बनाई गई सड़क
कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई द्वारा करीब 13 करोड़ की लागत से 22 किलोमीटर लंबे मार्ग को बनाया गया। शिलान्यास गत 24 जनवरी को तत्कालीन सांसद छोटेलाल खरवार व सदर विधायक भूपेश चौबे ने किया था। उक्त मार्ग पर ही पड़ने वाले नौडीहा रपटा, देवहार रपटा भी क्षतिग्रस्त हो चुका है। मार्ग की मरम्मत के लिए आठ माह पूर्व सुअरसोत व चरगड़ा गांव में मैटेरियल भी गिराया गया था, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हो सका। इस संबंध में पीएमजीएसवाइ के अधिशासी अभियंता से संपर्क किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।
20 वर्ष बाद भी नहीं हुई सड़क मरम्मत
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : नगवां ब्लाक के राबर्ट्सगंज-खलियारी मार्ग से निकलने वाली पटवध-कन्हौरा संपर्क मार्ग 20 वर्षों से जर्जर हालत में पहुंच गई है। इसको लेकर कन्हौरा निवासी श्रीप्रकाश शुक्ल ने कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल के साथ ही जिला प्रशासन को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया है। बावजूद इस सड़क की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। बारिश के मौसम में इस सड़क पर चलना किसी खतरे से खाली नहीं है। सड़क की मरम्मत न होने से ग्रामीणों में जिला प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।
जर्जर पुल पर बढ़ी दुर्घटना की आशंका
जागरण संवाददाता, बीजपुर : बीजपुर-रेणुकूट बस मार्ग पर जरहां में अजीर नदी पर तीन दशक पहले बना पुल जर्जर अवस्था में आने से कभी भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। अजीरेश्वर मंदिर के समीप अजीर नदी पर पुल का निर्माण 1990 से पूर्व ही हुआ था। इस मार्ग से एनटीपीसी रिहंद नगर, बैढ़न आदि स्थानों के लिए मालवाहक ट्रक-ट्रेलर आदि का आवागमन दिन-रात होता रहता है।