सोनांचल में तीन दिनों में रिकार्ड 65 मिमी बारिश

जागरण संवाददाता सोनभद्र सोनांचल में पिछले तीन दिनों से मानसून सक्रिय होने से झमाझम बारिश

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 06:35 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 06:35 PM (IST)
सोनांचल में तीन दिनों में रिकार्ड 65 मिमी बारिश
सोनांचल में तीन दिनों में रिकार्ड 65 मिमी बारिश

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सोनांचल में पिछले तीन दिनों से मानसून सक्रिय होने से झमाझम बारिश हो रही है। इस माह पिछले 14 दिनों में जहां 46 एमएम बारिश हुई थी वहीं तीन दिन में ही 65.2 मिली मीटर बारिश हो गई। सितंबर माह में औसत 199 सापेक्ष अब तक 111.2 एमएम बारिश हो चुकी है। बारिश के चलते किसानों के चेहरे पर जहां मुस्कान देखी जा रही है, वहीं नगरीय क्षेत्रों में लोगों को जल भराव के चलते समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नदियों व बांधों के जल स्तर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है।

जिले में मंगलवार की रात से शुरू हुई बारिश का क्रम शुक्रवार को भी रूक-रुककर जारी रहा। इसके चलते हर तरफ पानी दिखाई दे रहा है। बारिश के चलते खेत व तालाब लबालब हो गए हैं। सितंबर में हो रही अच्छी बारिश किसानों के धान की फसल के लिए अमृत की समान है। इस माह में अब तक कुल 111.2 एमएम बारिश हुई हैं। इसमें 15 सितंबर को 11.6, 16 सितंबर को 24.3 व 17 सितंबर को 29.3 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। जबकि इसके पूर्व एक से लेकर 14 सितंबर तक मात्र 46 मिलीमीटर ही बारिश हुई थी। वहीं जुलाई में 256 एमएम व अगस्त माह में 287 एमएम बारिश होने से इस बार किसानों की फसलों के पैदावार बढ़ने की उम्मीद है। आसमान में अभी भी बादल होने के चलते बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा बारिश होने से राब‌र्ट्सगंज नगर पालिका समेत अन्य नगरीय क्षेत्रों में जगह-जगह सड़कों पर पानी जम गया है। इसके चलते लोगों को आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कृषि मौसम वैज्ञानिक विनीत कुमार यादव ने बताया कि आगामी पांच दिनों में मध्यम से घनी बदली रहने और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी। हवा की दिशा अधिकांशत: दक्षिणी-पूर्वी रहेगी। इस बीच न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। मौसम को लेकर किसानों को परामर्श

कृषि मौसम वैज्ञानिक विनीत कुमार यादव ने बताया कि मौसम पूर्वानुमान में हल्की से मध्यम बारिश को देखते हुए, किसानों को सलाह दी जाती है कि कीटनाशक का छिड़काव आसमान साफ होने की दशा में करें और अपनी सब्जी, दलहन और अन्य फसलों में जल निकासी की सुविधा कर लें। अरहर के खेत में जल निकासी की सुविधा भी किया जाना चाहिए। कहा कि यदि धान की फसल में पौधों का रंग पीला हो रहा हो और पौधे की ऊपरी पत्तियां पीली और निचली पत्तियां हरी हो तो जिक सल्फेट को 6 किग्रा/हेक्टेयर की दर से 300 लीटर में घोल बनाकर छिड़काव करें।

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