स्वच्छता में सुधर रही रैकिग, कर्मचारियों की समस्या आ रही आड़े

जागरण संवाददाता सोनभद्र स्वछता सर्वेक्षण में इस बार भी नगर पालिका राब‌र्ट्सगंज काफी पीछे रह गई है। कर्मचारियों की कमी के चलते इसमें सबसे बड़ी समस्या हो रही है। पिछले तीन वर्षों के साफ-सफाई के हालात पर गौर करें तो इस साल स्वछ सर्वे की रैकिग तो सुधरी है लेकिन इंदौर की तरह बनने में मंजिल अभी काफी दूर है। वर्ष 2019 में स्वछ सर्वेक्षण में नगर पालिका की रैकिग 206 तो 2020 में 78वीं रही। वहीं इस बार जारी रैकिग में 51 वें स्थान पर पहुंच गई है। दो सालों से लगातार रैकिग में सुधार हो रहा है। जिले की इकलौती 25 वार्डों वाली नगर पालिका राब‌र्ट्सगंज क्षेत्र की आबादी 2011 के जनगणना के अनुसार करीब 36 हजार है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 10:11 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 10:11 PM (IST)
स्वच्छता में सुधर रही रैकिग, कर्मचारियों की समस्या आ रही
 आड़े
स्वच्छता में सुधर रही रैकिग, कर्मचारियों की समस्या आ रही आड़े

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार भी नगर पालिका राब‌र्ट्सगंज काफी पीछे रह गई है। कर्मचारियों की कमी के चलते इसमें सबसे बड़ी समस्या हो रही है। पिछले तीन वर्षों के साफ-सफाई के हालात पर गौर करें तो इस साल स्वच्छ सर्वे की रैकिग तो सुधरी है, लेकिन इंदौर की तरह बनने में मंजिल अभी काफी दूर है। वर्ष 2019 में स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर पालिका की रैकिग 206 तो 2020 में 78वीं रही। वहीं इस बार जारी रैकिग में 51 वें स्थान पर पहुंच गई है। दो सालों से लगातार रैकिग में सुधार हो रहा है।

जिले की इकलौती 25 वार्डों वाली नगर पालिका राब‌र्ट्सगंज क्षेत्र की आबादी 2011 के जनगणना के अनुसार करीब 36 हजार है। जबकि इस समय अनुमान के मुताबिक यहां की आबादी डेढ़ लाख के आसपास है। पूरे क्षेत्र की साफ-सफाई के लिए 108 सफाई कर्मी तैनात हैं, जो मानक से काफी कम हैं। विभाग के अनुसार 80 सफाई कर्मचारियों की कमी है। इसके अलावा जलकल अवर अभियंता, राजस्व निरीक्षक, पांच लिपिक के सापेक्ष एक लिपिक की तैनाती है। प्रकाश प्रभारी, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक, राजस्व निरीक्षक एवं जलकल जेई की भी तैनाती नहीं की गई है। कर्मचारियों की भारी कमी होने के चलते स्वच्छता रैकिग में हम काफी पिछड़ जा रहे हैं। इसके चलते नगर के कई मोहल्लों में हर मौसम में नालियों का पानी सड़क पर बहता है। नगर में जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से राब‌र्ट्सगंज नगर पालिका क्षेत्र के जिला पंचायत मार्ग, पीडब्ल्यूडी कार्यालय, पीडब्ल्यूडी डाक बंगला, सिविल लाइन रोड, मेन मार्केट जाने वाले मार्ग, धर्मशाला चौक, रेलवे स्टेशन, चंडी तिराहे के पास सड़कों पर घुटने भर पानी भर जाता है। वहीं कुछ मोहल्लों में नाली का पानी बारहों महीने लगा रहता है। कर्मचारियों की कमी, जन जागरूकता व जन सहभागिता में कमी भी लक्ष्य

37 करोड़ नाला निर्माण के लिए स्वीकृत

नगर पालिका क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है। इससे निजात दिलाने के लिए नाले के निर्माण के लिए 37 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिया गया है। कार्यदायी संस्था सीएनसीएस की तरफ से काम कराया जाएगा। अगर जल निकासी की समस्या समाप्त हो गई तो रैकिग में सुधार हो सकती है। कूड़ा निस्तारण संयत्र के संचालन में देरी

नगर पालिका क्षेत्र के विकास नगर में कूड़ा निस्तारण संयत्र (सालिड वेस्ट मैनेजमेंट) का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसे में कूड़ा निस्तारण में कहीं न कहीं बाधा आ रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान रैकिग में कूड़ा उठान व निस्तारण की व्यवस्था अहम बिदु होती है। अगर यह बन जाए तो हम कूड़े का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण कर सकते हैं। सफाई भी बेहतर होगी।

बेहतरी के लिए हर नागरिक का सहयोग जरूरी

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी प्रदीप गिरि ने बताया कि पिछले दो वर्षों में स्वच्छता रैकिग में सुधार हुआ है। कहा कि सर्वश्रेष्ठ आने के लिए प्रयास जारी है। इसमें हर नागरिक का सक्रिय सहयोग भी जरूरी है। पिछले की कमियों से सीख लेकर हम भविष्य में और बेहतर करने को तैयार हैं। कर्मचारियों की कमी के चलते दिक्कतें आ रही है।

chat bot
आपका साथी