कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, रोडवेज की कमाई धड़ाम
जागरण संवाददाता सोनभद्र कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने रोडवेज प्रशासन की कमाई को
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने रोडवेज प्रशासन की कमाई को धड़ाम कर दिया है। बढ़ते कोरोना के चलते यात्री बसों की सवारी नहीं कर रहे हैं। यात्री नहीं मिलने से रोडवेज की अधिकांश बसें 30-35 यात्रियों को लेकर सड़कों पर दौड़ रही है। इससे रोडवेज के लिए यह घाटे का सौदा साबित हो रहा है। इससे रोडवेज प्रशासन को नुकसान झेलना पड़ रहा है। आलम यह है कि डीजल का दाम भी निकालना मुश्किल हो गया है।
कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने हर किसी को परेशान करके रख दिया है। इसका असर यह हो रहा है कि अब लोग बसों की जगह अपने निजी साधनों से ही यात्रा करना सुरक्षित समझ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामले के चलते सोनभद्र डिपो की कमाई आधे से भी कम हो गई है। सोनभद्र डिपो से कुल 52 बसों का संचालन किया था, इसमें 29 बसें पहले व दूसरे चरण के चुनाव में चली गई है। वर्तमान में मात्र 23 बसों ही चल रही हैं, लेकिन उसके बाद भी सवारी नहीं मिल रही है। आम दिनों सात से आठ लाख रुपये प्रतिदिन की कमाई करने वाला रोडवेज प्रशासन की कमाई इस समय दो से ढाई लाख रुपये पर सिमट गई है। रोडवेज के लिए यह घाटे का सौदा साबित हो रहा है। यात्री न मिलने से रोडवेज की अधिकांश 52 सीटर वाली बसें 30-25 यात्रियों को लेकर दौड़ रही हैं। इससे रोडवेज प्रशासन को नुकसान झेलना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि डीजल का दाम भी निकालना मुश्किल हो रहा है। प्रदेश सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार बसों को सैनिटाइज किया जा रहा है वहीं चढ़ने से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग भी की जा रही है, लेकिन कोरोना वायरस के चलते कम ही लोग सार्वजनिक परिवहन से सफर कर रहे हैं। बोले अधिकारी..
कोरोना के चलते बहुत कम लोग बस से यात्रा करना चाह रहे हैं। लोग अपने निजी साधन से ही यात्रा कर रहे हैं। इससे रोडवेज की कमाई काफी कम हो गई है। दो से ढाई लाख रुपये ही कमाई हो रही है। जबकि इसके पहले सात से आठ लाख रुपये हो जाती थी।
-एके सिंह, एआरएम, सोनभद्र डिपो।