खंडहर में तब्दील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

वैश्विक महामारी के चलते मरीजों के लिए अस्पतालों की कमी पड़ गई थी वहीं जरहां न्याय पंचायत के डोड़हर ग्राम पंचायत में बना लगभग 30 बेडयुक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खंडहर में तब्दील हो चुका है। एक करोड़ 10 लाख की लागत से बना चिकित्सालय आज तबेले के रूप में तब्दील हो चुका है। चिकित्सालय में लगे फैंसी दरवाजे व खिड़कियों को कबाड़ चोर उठा ले गए। यहां पर लगी महंगी टाइल्स भी तोड़ दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 08:02 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:02 PM (IST)
खंडहर में तब्दील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
खंडहर में तब्दील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

जागरण संवाददाता, बीजपुर (सोनभद्र) : वैश्विक महामारी के चलते मरीजों के लिए अस्पतालों की कमी पड़ गई थी, वहीं जरहां न्याय पंचायत के डोड़हर ग्राम पंचायत में बना लगभग 30 बेडयुक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खंडहर में तब्दील हो चुका है। एक करोड़ 10 लाख की लागत से बना चिकित्सालय आज तबेले के रूप में तब्दील हो चुका है। चिकित्सालय में लगे फैंसी दरवाजे व खिड़कियों को कबाड़ चोर उठा ले गए। यहां पर लगी महंगी टाइल्स भी तोड़ दी गई है।

चिकित्सालय का उद्घाटन तत्कालीन विधायक सीएम प्रसाद ने दो जून 2010 को किया था। उस वक्त विधायक ने चिकित्सालय को ग्रामीणों की मदद के लिए एक एंबुलेंस भी दी थी लेकिन चिकित्सालय अपने उद्घाटन के बाद ही बंद हो गया। तीन बीघा ग्राम पंचायत की जमीन पर बने चिकित्सालय में नर्स, चिकित्सक आवास के साथ-साथ हर तरह की सुविधा उपलब्ध थी। पानी के लिए बोर की व्यवस्था की गई थी।

तत्कालीन ग्राम प्रधान उर्मिला देवी पाल ने बताया कि जब चिकित्सालय का संचालन शुरू नहीं हुआ तो जिले से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई लेकिन शुरू नहीं हो सका। स्वास्थ्य विभाग को ग्राम पंचायत की जमीन भी उपलब्ध कराई ताकि ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो। वर्तमान ग्राम प्रधान केपी पाल ने कहा कि मैने स्वास्थ्य विभाग को कई बार गुहार लगाई कि देश में कोरोना जैसे महामारी चल रही है। ऐसे में उक्त चिकित्सालय का अनुरक्षण करा कर इसे कोविड सेंटर बना सकते है। जिससे मरीजों को राहत मिल सके। ग्राम पंचायत उक्त चिकित्सालय को पुन: शुरू करवाने में हर संभव मदद को तैयार है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने नहीं सुनी।

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