निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने बुलंद की आवाज
जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) अनपरा तापीय परियोजना मुख्य द्वार के समक्ष सोमवार को संयुक्त सं
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा तापीय परियोजना मुख्य द्वार के समक्ष सोमवार को संयुक्त संघर्ष समिति ने निजीकरण व विघटन को लेकर विरोध सभा की। इसमें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण प्रस्ताव का विरोध किया गया।
अभियंता अमरनाथ ने पूर्वांचल विद्युत वितरण को तीन भागों में विभक्त करने और उसका निजीकरण करने के सरकार के प्रस्ताव का जमकर विरोध किया। उन्होंने सरकार से फैसले पर पुनर्विचार कर निजीकरण के प्रस्ताव को रद करने की मांग की। कहा कि निजीकरण से बिजली काफी महंगी हो जाएगी। बिजली के निजीकरण का जहां पर भी प्रयोग किया गया है, वहां प्रयास विफल रहा है। बिजली के दामों में 10 रुपये की बढ़ोत्तरी हो जाएगी। सरकारी पैसे पर सारा इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने के बाद उसको निजी कंपनियों के हवाले करना अन्याय है। मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि निजीकरण व विघटन के फैसले पर रोक लगाई जाए। अन्यथा विवश होकर ऊर्जा विभाग के सभी कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर एवं अभियंता हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे। इसमें रोहित राय, सत्यम यादव, सुशील श्रीवास्तव, शारदा प्रसाद, विशम्भर सिंह, विवेक सिंह, राजकुमार सिंह, विजय बहादुर, अमरनाथ, अभिषेक त्रिपाठी, रवीन्द्र जायसवाल आदि उपस्थित रहे।