संक्रमण से ठीक होने वाले मरीज दस दिन तक खुद को रखें आइसोलेट
कोरोना के संक्रमण से ठीक होने वालों की रफ्तार बढ़ रही है। ि
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोरोना के संक्रमण से ठीक होने वालों की रफ्तार बढ़ रही है। चिकित्सक ऐसे सभी मरीजों को अपनी आदतों में परिवर्तन लाने की सलाह दे रहे हैं। डाक्टरों का साफ कहना है कि पोस्ट कोविड मरीज यदि लापरवाही बरतते हैं तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं। कोविड संक्रमित मरीजों को उपचार दे रहे चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना वायरस के बहुत से मरीजों में लक्षण नजर ही नहीं आते हैं। जांच के बाद ही ऐसे मरीजों की जानकारी होती है। लगातार सात से आठ दिनों के कोर्स से मरीज ठीक भी हो रहे हैं। बहुत से ऐसे मरीज हैं जो दूसरों के लिए प्रेरणा हैं, लेकिन कई ऐसे भी हैं जो निगेटिव रिपोर्ट आते ही दोबारा लापरवाही शुरू कर देते हैं। यदि कोरोना ठीक हो चुका है और रिपोर्ट निगेटिव आई है तो भी कम से कम 10 दिनों तक खुद को घर में ही रखें। असल में पोस्ट कोविड मरीज के दोबारा संक्रमण में आने की संभावना ज्यादा होती है। यदि दोबारा संक्रमण होता है तो उसके असर बेहद चिताजनक होते हैं। चिकित्सक की सलाह पर लें दवाएं यदि कोविड निगेटिव आ गए हैं तो दवाएं बंद करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें। संक्रमण से उबरने के बाद शरीर में बेहद कमजोर हो जाता है। जिसकी भरपाई दवाओं से ही की जा सकती है। बुखार और खांसी की दवाओं को बंद न करें।
भाप दिलाएगी आराम
ज्यादातर पोस्ट कोविड मरीजों को खांसी की शिकायत होती है। ऐसे में सादे गर्म पानी की भाप सबसे ज्यादा असरदार होती है। दिन में कम से कम चार से पांच बार भाप लें। इससे छाती खुलेगी और खांसी में भी राहत मिलेगी।