एनसीएल ने कोयला उत्पादन में बनाया रिकार्ड
जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) एनसीएल ने वर्ष 2019-20 में 108.05 मिलियन टन कोयला उत्पादन ।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : एनसीएल ने वर्ष 2019-20 में 108.05 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं 107.42 मिलियन टन प्रेषण का नया रिकार्ड स्थापित किया है। साथ ही वर्ष 2020-21 में 113.25 मिलियन टन उत्पादन एवं प्रेषण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ रही है। एनसीएल ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में 6985.45 करोड़ रुपये का लाभ भी अर्जित किया है। एनसीएल की खदानों से निकले कोयले से देश की लगभग 10 प्रतिशत बिजली बनाती है।
देश को कोयले के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोल इंडिया को वर्ष 2023- 24 तक 1 बिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। जिसमें से एनसीएल को 130 मिलियन टन उत्पादन करना है। खदानों में नवीनतम तकनीकी के लिए 2023-24 तक 7000 करोड़ रुपये का पूंजीगत निवेश करने की कार्ययोजना है। निगाही के पास 200 करोड़ रुपये की लागत से 50 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। एनसीएल ने कोयला आयात करने वाले उपभोक्ताओं के लिए आयात प्रतिस्थापन के लिए स्पाट ई-नीलामी की प्रक्रिया लागू की हैं। इसके तहत लगभग 1.15 मिलियन टन कोयले की बुकिग हुई है। इससे 136 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा बचत हुई है।
गौरतलब है कि एनसीएल मध्यप्रदेश के सिगरौली तथा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में आधुनिक भारी मशीनों तथा तकनीकों से युक्त 10 ओपन कास्ट कोयला खदानों से 100 मिलियन टन से अधिक कोयले का उत्पादन व प्रेषण करती है।