सीएम के सामने उठ सकते हैं कई गंभीर मामले

तीसरी बार जनपद में आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इस बार समीक्षा बैठक में जिले के कई मुद्दे उठ सकते हैं। वास्तव में अगर मामले को सही तरीके से किसी जनप्रतिनिधि ने बैठक में उठा दिया तो कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। इसमें शिक्षक भर्ती में धांधली, ओडीएफ के नाम पर खेल, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना और उज्ज्वला योजना में हुई अनियमितताओं की शिकायत होने की आशंका जतायी जा रही है। क्योंकि इन मुद्दों को काफी दिनों से तमाम लोगों द्वारा प्रमुखता से उठाया जाता रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 05:49 PM (IST) Updated:Tue, 11 Sep 2018 09:08 PM (IST)
सीएम के सामने उठ सकते हैं कई गंभीर मामले
सीएम के सामने उठ सकते हैं कई गंभीर मामले

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : तीसरी बार जनपद में आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इस बार समीक्षा बैठक में जिले के कई मुद्दे उठ सकते हैं। वास्तव में अगर मामले को सही तरीके से किसी जनप्रतिनिधि ने बैठक में उठा दिया तो अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। इसमें शिक्षक भर्ती में धांधली, ओडीएफ के नाम पर खेल, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना और उज्ज्वला योजना में हुई अनियमितताओं की शिकायत होने की आशंका जतायी जा रही है। इन मुद्दों को काफी दिनों से तमाम लोगों द्वारा प्रमुखता से उठाया जा रहा है।

सूत्रों की मानें तो 68500 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में महिला अभ्यर्थियों को दूर-दराज के इलाकों में भेजने व बीएसए कार्यालय के एक लिपिक के घर पर नियुक्ति पत्र बनाने का मुद्दा इनदिनों काफी चर्चा में है। इस मामले को सदर विधायक भूपेश चौबे, भाजपा नेता धर्मवीर तिवारी, शिक्षक संघ के लोग भी उठा चुके हैं। इसी तरह बभनी ब्लाक को ओडीएफ घोषित किये जाने, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुई अनियमितता भी प्रमुख मुद्दा हो सकता है। विवाह योजना में तमाम ऐसे लोगों को बैठाया गया था जिनकी शादी पहले हो चुकी है। बभनी स्थित गैस एजेंसी में उज्ज्वला योजना के तहत दिये जाने वाले कनेक्शन, अंत्योदय योजना के कार्डों को रद्द का भी मामला उठाए जाने की उम्मीद है। वहीं स्नानागार घोटाले की चल रही जांच में अब तक जांच रिपोर्ट न आना भी कुछ जनप्रतिनिधियों ने प्रमुख मुद्दा बनाया है। अगर इन मामले में सीएम के समक्ष उठे तो तय है कि किसी न किसी पर गाज जरूर गिरेगी।

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