लगातार बारिश से गिरे कई मकान, उफान पर पहाड़ी नदियां

जागरण संवाददाता सोनभद्र सोनांचल में पिछले चार दिनों से बारिश जारी है। शुक्रवार की शाम छह बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश का क्रम शनिवार तक जारी रहा। इसका नतीजा यह हुआ कि बारिश के चलते कई कचे मकान गिर गए। पहाड़ी नदी बिजुल रेणु बेलन और कनहर आदि उफान पर होने से तटवर्ती इलाकों में खतरा बढ़ गया है। बारिश से दर्जनों गांवों का संपर्क भी टूट गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 12:19 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:19 AM (IST)
लगातार बारिश से गिरे कई मकान, उफान पर पहाड़ी नदियां
लगातार बारिश से गिरे कई मकान, उफान पर पहाड़ी नदियां

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सोनांचल में पिछले चार दिनों से बारिश जारी है। शुक्रवार की शाम छह बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश का क्रम शनिवार तक जारी रहा। इसका नतीजा यह हुआ कि बारिश के चलते कई कच्चे मकान गिर गए। पहाड़ी नदी बिजुल, रेणु, बेलन और कनहर आदि उफान पर होने से तटवर्ती इलाकों में खतरा बढ़ गया है। बारिश से दर्जनों गांवों का संपर्क भी टूट गया है। इसके चलते ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ी। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के चलते धान की फकें जलमग्न हो गई है। इससे फसल खराब होने का खतरा बढ़ गया है। वहीं राब‌र्ट्सगंज नगर पालिका समेत बाजारों में कई लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया।

जनपद में पिछले चार दिनों से रूक-रूककर बारिश हो रही है। इससे लोगों का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के चलते राब‌र्ट्सगंज नगर पालिका क्षेत्र के नई बस्ती, अंबेडकर नगर, कंाशीराम आवास समेत कई मोहल्लों में पानी भर गया। वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर उरमौरा के पास सड़क तालाब बन गई। इसके चलते कई लोग उसमे गिरकर चोटिल हो गए। नगर के गलियां पूरी तरीके से तालाब बन गई। घरों में पानी घूसने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसको लेकर लोगों में नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।

बीजपुर : लगातार बारिश से आमजन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इलाके की अजिर नदी, बिच्छी नदी, ठुरुकी नदी, बरन नदी जोश के साथ अपने पूरे उफान पर पहुंच चुकी है। अगले 24 घंटे तक इसी तरह बारिश होती रही तो इन नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच जाएगा। बारिश से लीलाढेवा गांव में आदिवासी लालबाबू का कच्चा आशियाना ढह गया।

वैनी : क्षेत्र में करीब बरसात के चलते रोपे गए धान की फसल जलमग्न हो गई है। अगर इसी तरह बारिश होती रही तो धान के खराब होने का खतरा बढ़ गया है। बाजार में सड़कों पर कीचड़ फैला हुआ है। रहवासी बीरबल, साधु, अंगद के कच्चे मकान जमींदोज हो गए हैं। इससे परिवार के लोग दूसरे के घरों में शरण लिए हुए हैं। पीड़ित की तरफ से इसकी सूचना क्षेत्रीय लेखपाल को दे दी गई है। सीएचसी परिसर में पानी भर गया है। बिजरा नाले का पानी उफान कर खेतों में फैल गया है।

रामगढ़ : बारिश के चलते जिन किसानों ने अपने धान की रोपाई कर ली है वह खेतों की मेड़ को काटकर भरे पानी को निकालने में लगे रहे। ग्राम पंचायत रामगढ़ के पुरानी बाजार में सुघरी इंदिरा आवास जो वर्ष 2008 में बना हुआ था, रात लगभग एक बजे गिर गया। लगातार बारिश से घर के गिरने से अब पड़ोसी के घर में सहारा लेकर रह रही है। रिहंद के जलस्तर में भी इजाफा

रिहंद का जलस्तर शनिवार को 847.70 फीट तक जा पहुंचा है। सभी छह टरबाइनों से 290 मेगावाट बिजली का उत्पादन जारी है। जबकि पिछले साल के सापेक्ष इस समय चार फीट जलस्तर तक की कमी दर्ज की गई है। तीन दिनों से लगातार जिले में जोरदार बारिश जारी है। इस दौरान बीते दो दिनों में रिहंद के जलस्तर में दो फीट तक की वृद्धि हुई है। उम्मीद है कि सप्ताह भर में लगातार बारिश का रुख रहा तो आने वाले दिनों में रिहंद जलाशय से भी पानी छोड़ने की नौबत आ जाएगी। विजुल नदी के जलस्तर में छह फीट से ज्यादा की वृद्धि

ओबरा : मध्यप्रदेश के सिगरौली सहित सोनभद्र के रेणुका पार क्षेत्र में हो रही निरंतर बारिश के कारण विजुल नदी के जलस्तर में छह फीट से ज्यादा की वृद्धि हुई है। जलस्तर बढ़ने के कारण गोठानी, गायघाट, घटीटा, चंचलिया, काश्पानी, कनुहार, टापू, टूस गांव, गोसारी, कनहरा सहित तीन दर्जन से ज्यादा गांवों पर असर पड़ा है। खासकर कन्हरा, केजुआरी, दसहवां सहित दर्जन भर टोले का संपर्क मार्ग कट गया है। शनिवार को भी बरसात जारी रहने के कारण कई तटवर्ती टोलों के कटने की संभावना बनी हुई है।

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