मुआवजा व पुर्नस्थापन की मांग पर अड़े भूस्वामी
जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) अनपरा नगर पंचायत के बजरंगनगर में रेलवे दोहरीकरण का कार्य बाधित है। मुआवजे की मांग पर ग्रामीण अड़े हुए हैं। रेलवे विभाग व उपजिलाधिकरी निरंतर प्रयास कर निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने में लगे हुए हैं। ऊर्जांचल में रेलवे का विद्युतीकरण एवं दोहरीकरण का कार्य जारी है। दोहरीकरण का कार्य कई भाग में कराया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा नगर पंचायत के बजरंगनगर में रेलवे दोहरीकरण का कार्य बाधित है। मुआवजे की मांग पर ग्रामीण अड़े हुए हैं। रेलवे विभाग व उपजिलाधिकरी निरंतर प्रयास कर निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने में लगे हुए हैं। ऊर्जांचल में रेलवे का विद्युतीकरण एवं दोहरीकरण का कार्य जारी है। दोहरीकरण का कार्य कई भाग में कराया जा रहा है। शक्तिनगर से करैला के बीच 32 किलोमीटर का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। इस कार्य को मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य था। कोरोनाकाल की वजह से कार्य काफी सुस्त पड़ गया। शक्तिनगर से करैला के बीच अनपरा स्थित बजरंगनगर में भयावह पुलिया है। जिसका कार्य अभी पूर्णरुपेण शुरू नही हो पाया है। पुल निर्माण की जद में आ रहे काश्तकारों की भूमि का मुआवजा व पुर्नस्थापन का निस्तारण नही होने से कार्य बाधित है। रेलवे विभाग व उपजिलाधिकरी लगातार प्रयास में हैं कि किसी तरह पुल निर्माण कार्य को गति दिया जाय। मंगलवार की शाम दुद्धी उपजिलाधिकरी रमेश कुमार ने लेखपाल व रेलवे विभाग के कर्मचारियों के साथ बजरंगनगर में काश्तकारों से मिले। उन्होंने भूस्वामियों को बताया कि रेलवे के कार्य की जद में आ रही भूमि को धारा 11 में शामिल कर सरकार द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया है। इसका प्रकाशन भी हो गया है। पुल निर्माण में जितनी भूमि प्रभावित हो रही है उसकी सूची शासन को भेज दी गयी है। जल्द ही मुआवजे की धनराशि भूस्वामियों के खाते में आ जाएगी। ग्रामीण रामलखन, रामजी बैसवार, अच्छे लाल व अन्य काश्तकारों ने कहा कि वर्ष 1978 में इसी तरह रेलवे पुल का निर्माण करा दिया गया। लेकिन उसका मुआवजा नहीं मिला। उनका कहना है कि जो भी मुआवजा बनता है उसे दिया जाए। वार्ता में कोई समाधान नही हो पाया।