एल-टू अस्पताल में होगा 200 आक्सीजन बेड

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा केस फेफड़े संक्रमित होने के आ रहे हैं। अधिकांश संक्रमितों के शरीर में आक्सीजन लेवल सामान्य से काफी कम आ रहा है। ऐसे में मरीजों की मौत हो जा रही है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से एल-टू अस्पताल में 40 आक्सीजन बेड की जगह इसको 200 किए जाने को लेकर निर्णय लिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 04:23 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 04:23 PM (IST)
एल-टू अस्पताल में होगा 200 आक्सीजन बेड
एल-टू अस्पताल में होगा 200 आक्सीजन बेड

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा केस फेफड़े संक्रमित होने के आ रहे हैं। अधिकांश संक्रमितों के शरीर में आक्सीजन लेवल सामान्य से काफी कम आ रहा है। ऐसे में मरीजों की मौत हो जा रही है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से एल-टू अस्पताल में 40 आक्सीजन बेड की जगह इसको 200 किए जाने को लेकर निर्णय लिया गया है। इससे संक्रमित गंभीर मरीजों को जरूरत के हिसाब से आक्सीजन मिल सकेगा। इसके लिए डीएम की तरफ से प्रयागराज से टेक्नीशियन को बुलाकर काम शुरू कर दिया गया है। समय से आक्सीजन मिलने पर मौत के मामले में कमी आ सकती हैं।

जिले में हर दिन कोरोना मरीजों का रिकार्ड बन रहा है। हर दिन 400 से अधिक नए मामले आ रहे हैं। 20 अप्रैल को जिले का सभी रिकार्ड ध्वस्त हो गया था। इस दिन एक ही दिन में 538 नए मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जिला प्रशासन के माथे पर चिता की लकीरे खिच गई हैं। कई ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनको आक्सीजन की जरूरत है लेकिन एल-टू अस्पताल में आक्सीजन बेड कम होने के चलते उनको आक्सीजन नहीं मिल रहा है। इसके चलते उनको रेफर किया जा रहा है। इससे उनकी रास्ते में ही मौत हो जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। एल टू अस्पताल में वर्तमान समय में 40 आक्सीजन बेड है। इसको बढ़ाकर 200 आक्सीन बेड किए जाने का निर्णय जिलाधिकारी अभिषेक सिंह की तरफ से लिया गया है। उम्मीद कि तीन चार दिनों में 200 आक्सीजन बेड को सक्रिय कर दिया जाएगा। इससे अस्पताल में आने वाले कोरोना के गंभीर मरीजों को राहत मिल सकेगी। आक्सीजन नहीं मिलने का लग चुका है आरोप

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अशोक सिंह की एल-टू अस्पताल में कोरोना से मौत होने के बाद उनके पिता ने चिकित्सकों पर आक्सीजन नहीं दिए जाने का आरोप लगाया था। इसके अलावा भी कई ऐसे मरीजों के स्वजन ने इस तरह के आरोप लगाया था। इसको गंभीरता से लेते हुए डीएम की तरफ से आक्सीजन बेड बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है। वर्जन--

एल-टू अस्पताल में वर्तमान में 40 आक्सीजन बेड है, इसको बढ़ाकर 200 किया जाएगा। प्रयागराज से आए टेक्नीशियन की तरफ से काम भी शुरू कर दिया गया है। तीन चार दिनों में यह सुविधा मिलने लगेगी।

- अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी।

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