तीसरी लहर की कितनी तैयारी-कोरोना की दूसरी लहर में हुई थी 178 लोगों की मौत

जागरण संवाददाता सोनभद्र महामारी कोरोना का नाम जुबान पर आते ही दहशत पैदा हो जाती है। जिन लोगों ने कोरोना जैसी महामारी को झेला है या फिर जिनके परिवार के लोगों की कोरोना से मौत हुई है उनके परिवार में कोरोना को लेकर न सिर्फ दहशत है बल्कि मायूसी भी है क्यों कि उन्होंने अपनों को इस महामारी में खोया है। अब जबकि तीसरी लहर डेल्टा वैरिएंट के आने की आशंका जाहिर की जा रही है ऐसे में लोगों का चितित होना स्वाभाविक है। कोरोना के पहले लहर में 79 और दूसरे लहर में 178 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक दोनों लहर में 257 लोगों की जान जा चुकी है। कोविड 19 महामारी लगातार लोगों में दहशत बनाए हुए है। पहली और दूसरी लहर के बाद अब तीसरे लहर डेल्टा वैरिएंट के आने की आशंका देश के वैज्ञानिकों ने जताई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:43 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:43 PM (IST)
तीसरी लहर की कितनी तैयारी-कोरोना की दूसरी लहर में हुई थी 178 लोगों की मौत
तीसरी लहर की कितनी तैयारी-कोरोना की दूसरी लहर में हुई थी 178 लोगों की मौत

जागरण संवाददाता, सोनभद्र: महामारी कोरोना का नाम जुबान पर आते ही दहशत पैदा हो जाती है। जिन लोगों ने कोरोना जैसी महामारी को झेला है या फिर जिनके परिवार के लोगों की कोरोना से मौत हुई है, उनके परिवार में कोरोना को लेकर न सिर्फ दहशत है बल्कि मायूसी भी है क्यों कि उन्होंने अपनों को इस महामारी में खोया है। अब जबकि तीसरी लहर डेल्टा वैरिएंट के आने की आशंका जाहिर की जा रही है ऐसे में लोगों का चितित होना स्वाभाविक है। कोरोना के पहले लहर में 79 और दूसरे लहर में 178 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक दोनों लहर में 257 लोगों की जान जा चुकी है।

कोविड 19 महामारी लगातार लोगों में दहशत बनाए हुए है। पहली और दूसरी लहर के बाद अब तीसरे लहर डेल्टा वैरिएंट के आने की आशंका देश के वैज्ञानिकों ने जताई है। ऐसे में शासन प्रशासन के साथ ही आम लोग भी चितित हैं। कोरोना की पहली लहर 15 मार्च 2020 से मानी जा रही है। हालांकि जिले में कोरोना का पहला मरीज 10 मई 2020 को मिला था। इसके बाद तो जैसे मरीजों के मिलने और फिर लोगों की मौत का सिलसिला से चल पड़ा। स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो पहली लहर में 79 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। जबकि दूसरी लहर में 178 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ दिया था। इस दौरान तमाम लोगों के दम तोड़ने से उनके बच्चे अनाथ हो गए। दोनों लहरों को मिलाकर अब तक कुल 17036 लोग कोरोना पाजीटिव हो चुके हैं। पिछले चार दिनों के विभागीय आंकड़े राहत भरे हैं। इन चार दिनों में जिले में कोरोना के एक भी मरीज नही मिले हैं। हालांकि इसके पहले भी कभी एक तो कभी दो मरीज ही पाजीटिव पाए गए हैं। अब तीसरी लहर के आने की संभावना है। हालांकि अब तक जिले में तीसरी लहर की दस्तक नहीं हुई है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नेम सिंह ने बताया कि जिले में तीसरी लहर अभी नहीं आई है। फिर भी इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। बच्चों में तीसरी लहर आने की संभावना के मद्देनजर पिकू वार्ड बना दिया गया है। आक्सीजन की भी व्यवस्था कर ली गई है। साथ ही बच्चों के लिए मेडिकल किट मंगा लिया गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में होने वाली जरूरत को ध्यान में रखते हुए रेमडेसिविर इंजेक्शन और मेडिकल किट की डिमांड भी कर दी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही किट और इंजेक्शन उलब्ध हो जाएगा।

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