अनपरा की सभी इकाइयों से जारी है भारी थर्मल बैकिग
जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) कोयले के संकट से उबर रही अनपरा तापीय परियोजना को अब
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : कोयले के संकट से उबर रही अनपरा तापीय परियोजना को अब थर्मल बैकिग के दौर से गुजरना पड़ रहा है। गत कई दिनों से सैकड़ो मेगावाट की थर्मल बैकिग की जा रही है। शुक्रवार को भी अनपरा से 800 मेगावाट की थर्मल बैकिग की गई। पीक आवर में ठंड बढ़ने से बिजली की मांग मे निरंतर कमी आ रही है। तापीय परियोजना मे एनसीएल द्वारा मांग के सापेक्ष कोयला की आपूर्ति किए जाने से स्टाक में भी प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है। शुक्रवार को अनपरा में कोयले का स्टाक एक लाख 10 हजार 705 टन रहा। गुरुवार को एनसीएल द्वारा 41 हजार टन कोयले की आपूर्ति की गई थी। बिजली की मांग मे कमी होने से दिन में सभी इकाइयों को हाफ लोड़ पर संचालित किया जा रहा है। कई दिनों से निरंतर भारी थर्मल बैकिग होने से प्रबंधन भी सकते में है। शुक्रवार को दोपहर तक अनपरा का उत्पादन महज 1200 मेगावाट के आसपास बना रहा। जबकि शाम होते ही फूल लोड पर इकाइयों का संचालन होने से उत्पादन 1700 मेगावाट के ऊपर चला गया। थर्मल बैकिग, अनपरा की 6वीं इकाई बंद होने एवं हरदुआगंज-परीछा की परियोजनाओं से विद्युत उत्पादन शून्य होने से निगम का उत्पादन शाम तक 2305 मेगावाट के आसपास बना रहा। प्रदेश मे बिजली की मांग शाम को अधिकतम 16258 मेगावाट तथा न्यूनतम मांग 9145 मेगावाट के आसपास बना रहा। अनपरा ए से 513 मेगावाट, बी से 834 मेगावाट, डी से 365 मेगावाट तथा लैंको से 1048 मेगावाट का उत्पादन जारी रहा।