पीएचसी के बाहर फेंकी गई इक्सपायरी दवा, जांच की मांग

जागरण संवाददाता खलियारी(सोनभद्र) महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाली दवाएं कूड़े की

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:34 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:34 PM (IST)
पीएचसी के बाहर फेंकी गई इक्सपायरी दवा, जांच की मांग
पीएचसी के बाहर फेंकी गई इक्सपायरी दवा, जांच की मांग

जागरण संवाददाता, खलियारी(सोनभद्र) : महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाली दवाएं कूड़े की शोभा बढ़ा रहीं है। रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन के पीछे भारी मात्रा में सितंबर में ही एक्सपायर हुई आयरन व अन्य दवा फेंका देख विवाद खड़ा हो गया। ग्रामीण स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच की मांग उठाई। कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वह लोग व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे। मामला प्रकाश में आते ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया और आनन-फानन में मामले की जांच का आश्वासन दिया।

प्रधानमंत्री जननी योजना एवं सरकार द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए अनेकों योजनाएं चलाई जा रही है। जिसमें निश्शुल्क दवा व तीन किस्त में एक निर्धरित राशि का आवंटन किया जाता है, ताकि गर्भवती महिलाओं को जच्चा-बच्चा दोनों की सुरक्षा कवच बना रहे। बावजूद इसके प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से हजारों रुपये की दवा को कूड़े में फेंक दिया गया, जिसमें दर्जनों पेटी आयरन का सीरफ और एमोक्सासीलीन का इंजेक्शन प्रमुख रहा। यह दवाएं गर्भवती महिलाओं को दिए जाते हैं। ग्रामीण ओमप्रकाश पासवान, उमाशंकर पासवान, रमेश कुमार मौर्य, विशेश्वर जायसवाल, राजू पांडेय, संजय सिंह आदि ने स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मामले के जांच की मांग की। इस बाबत पीएचसी अधिक्षक डा. रविद्र कुमार ने कहा कि हमें इस तरह की दवा फेंके जाने की जानकारी नहीं है, पूरी जानकारी होने पर ही कुछ बोल पाऊंगा। वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नेम सिंह ने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो संबंधितों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

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