आक्सीजन सिलेंडर खत्म होने पर युवती की मौत

जागरण संवाददाता ओबरा (सोनभद्र) ओबरा परियोजना चिकित्सालय द्वारा रेफर की गई एक युवती क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:57 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:57 PM (IST)
आक्सीजन सिलेंडर खत्म होने पर युवती की मौत
आक्सीजन सिलेंडर खत्म होने पर युवती की मौत

जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : ओबरा परियोजना चिकित्सालय द्वारा रेफर की गई एक युवती की वाराणसी ले जाते समय आक्सीजन खत्म होने से गुरुवार की शाम को मौत हो गई। शुक्रवार को इस मामले को लेकर परियोजना कर्मियों में भारी नाराजगी पैदा हो गई। मामले में राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। परियोजना चिकित्सालय पहुंचे संघ प्रतिनिधियों सहित तमाम कर्मचारियों ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके गुप्ता के समक्ष कड़ा प्रतिरोध किया। सीएमओ ने मामले में जांच का आदेश दिया है। परियोजना में कार्यरत सुरजीत कुमार पाल की बहन कु. अनीता (25) की तबीयत खराब होने पर उसे गुरुवार को परियोजना चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान अनीता का रक्तचाप कम होने पर संबंधित चिकित्सक द्वारा वाराणसी रेफर कर दिया गया था। अनीता को परियोजना चिकित्सालय की एंबुलेंस से वाराणसी ले जाते समय चोपन से पहले ही आक्सीजन खत्म हो गई। परिजनों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन में आपात चिकित्सा का प्रयास किया गया लेकिन अपेक्षित सुविधा नहीं मिल पाई। एंबुलेंस चालक की सूचना पर परियोजना चिकित्सालय द्वारा दूसरे एंबुलेंस से आक्सीजन सिलेंडर भेजा गया लेकिन इसमें काफी समय लग गया। उसके बाद उसे वाराणसी ले जाया जा रहा था, लेकिन वाराणसी पहुंचने से पहले अनीता की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि वाराणसी के लिए निकलने से पहले एंबुलेंस चालक द्वारा संबंधित कर्मी से एंबुलेंस में भरा हुआ सिलेंडर रखने हेतु कहा गया था, जिस पर संबंधित कर्मी द्वारा अवगत कराया गया था कि सिलेंडर पूरा भरा हुआ है। जबकि मात्र 10 किलोमीटर बाद ही सिलेंडर खत्म हो गया। प्राविधिक कर्मचारी संघ के शाखा अध्यक्ष उमेश कुमार ने दोषी कर्मी के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। संघ के प्रांतीय अध्यक्ष दिनेश कुमार यादव ने बताया कि सीएमओ ने तीन दिन में जांच पूरी करने का निर्देश दिया है।

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