पूरी नींद लें, जल्दी उठे व खट्टे फलों का सेवन करें
कोरोना वायरस भी एक तरह का फ्लू है। सर्दी-जुकाम कफ गले में सूजन सिरदर्द तेज बुखार और सांस लेने में दिक्कत इसके लक्षण हैं। तमाम फ्लू की तरह यह भी उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर कुछ उपाय आजमाकर बढ़ोतरी कर सकते हैं और इस तरह कोरोना ही नहीं बल्कि इसी तरह की कई अन्य बीमारियों से भी बचाव कर सकते हैं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोरोना वायरस भी एक तरह का फ्लू है। सर्दी-जुकाम, कफ, गले में सूजन, सिरदर्द, तेज बुखार और सांस लेने में दिक्कत इसके लक्षण हैं। तमाम फ्लू की तरह यह भी उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है, जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर कुछ उपाय आजमाकर बढ़ोतरी कर सकते हैं और इस तरह कोरोना ही नहीं, बल्कि इसी तरह की कई अन्य बीमारियों से भी बचाव कर सकते हैं। न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुरमुरा की आयुष चिकित्साधिकारी डा. निशात बानो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कई अहम जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में नियमित जीवनशैली की विशेष भूमिका होती है। गर्मी के दिनों में सुबह पांच से छह बजे के बीच बिस्तर छोड़ दें लेकिन जल्दी उठने का मतलब यह भी नहीं है कि आपको आधी-अधूरी नींद लेनी है। रोजाना कम से कम सात घंटे की नींद जरूरी है। कम नींद से शरीर में कार्टिसोल नामक हार्मोन के लेवल में बढ़ोत्तरी होती है। यह हार्मोन न केवल तनाव बढ़ाता है, बल्कि हमारे इम्युनिटी सिस्टम को भी कमजोर करता है। जल्दी उठने के साथ ही नियमित तौर पर वाकिग, कसरत या योग करना भी जरूरी है। कसरत या योग से शरीर में ऐसे एंजाइम्स और हार्मोन स्त्रावित होते हैं जो हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोरोना वायरस जैसे फ्लू से भी बचाव करने में सहायक होते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मेटाबालिज्म का महत्व होता है। मेटाबालिज्म बढ़ाने के लिए न केवल सुबह का नाश्ता जरूरी है, बल्कि चार-चार घंटे के अंतराल पर कुछ हेल्दी खाना भी आवश्यक है। लहसुन, अश्वगंधा और अदरक जैसी चीजों में हमारी इम्युनिटी को बढ़ाने की क्षमता होती है और ये शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती हैं। रोज की डाइट में कुछ खट्टे फल भी जरूर शामिल करें। नींबू, संतरा व मौसंबी कुछ भी हो सकते हैं। खट्टे फल विटामिन सी के अच्छे स्त्रोत होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के असर को कम कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।