तापमान में गिरावट से बिजली की मांग में पांच हजार मेगावाट कमी

प्रदेश में जारी प्री-मानसून बरसात से तापमान में व्यापक गिरावट आई है। इससे बिजली की मांग में पांच हजार मेगावाट तक की कमी दर्ज की गई है। मांग में कमी के कारण प्रदेश के निगम व निजी क्षेत्र की सभी इकाईयों से विद्युत उत्पादन कम कराया गया है। रविवार को अवकाश के दिन अनपरा परियोजना से 700 मेगावाट थर्मल बैकिग की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:43 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:43 PM (IST)
तापमान में गिरावट से बिजली की मांग में पांच हजार मेगावाट कमी
तापमान में गिरावट से बिजली की मांग में पांच हजार मेगावाट कमी

जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : प्रदेश में जारी प्री-मानसून बरसात से तापमान में व्यापक गिरावट आई है। इससे बिजली की मांग में पांच हजार मेगावाट तक की कमी दर्ज की गई है। मांग में कमी के कारण प्रदेश के निगम व निजी क्षेत्र की सभी इकाईयों से विद्युत उत्पादन कम कराया गया है। रविवार को अवकाश के दिन अनपरा परियोजना से 700 मेगावाट थर्मल बैकिग की गई। तपिश व उमस के जोर पकड़ने से तीन दिन पूर्व प्रदेश में बिजली की मांग बढ़कर 24 हजार मेगावाट पार कर गई थी। बिजली की मांग में बेतहाशा वृद्धि को पूरा करने के लिए सिस्टम कंट्रोल के निर्देश पर बंद इकाईयों को शुरू कराते हुए उत्पादनरत सभी इकाईयों को पूर्ण क्षमता पर संचालित कराना पड़ा। इसी दौरान प्रदेश में प्री-मानसून बरसात का आगाज हुआ। शुक्रवार रात से ही प्रदेश में बूंदाबांदी का क्रम शुरू हो गया। शनिवार सुबह से ही रूक-रूक कर हो रही बरसात का क्रम रविवार शाम तक अनवरत जारी रहा। इससे बिजली की मांग में भी भारी कमी दर्ज की गई है। रविवार को सूबे में बिजली की अधिकतम मांग 19506 मेगावाट रही। इससे कई बिजली घरों को तो आधा लोड पर ही संचालित कराया गया। अनपरा स्थित निजी क्षेत्र की लैंको परियोजना से भी रविवार को विभिन्न चरणों में 500 मेगावाट तक थर्मल बैकिग की गई। कोरोना संकट काल में लगे वीकेंड लाक डाउन को भी बिजली की मांग में भारी गिरावट का कारण बताया जा रहा है।

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