प्रजननकाल में रिहंद जलाशय से मछलियों का हो रहा शिकार
जासं बीजपुर (सोनभद्र) बारिश के मौसम में जलाशयों में मछली मारने की रोक के निर्देश के बा
जासं, बीजपुर (सोनभद्र) : बारिश के मौसम में जलाशयों में मछली मारने की रोक के निर्देश के बाद भी रिहंद जलाशय से मछली मारने का धंधा बेरोक टोक जारी है। प्रतिबंधित माह में भी मछली मारने से दुर्लभ प्रजाति की मछलियों बांध से समाप्त हो रही हैं। गौरतलब हो कि जुलाई, अगस्त का समय मछलियों के प्रजनन काल का होता है। जिसको देखते हुए मत्स्य विभाग द्वारा मछली शिकार को प्रतिबंधित किया जाता है। इस दौरान मत्स्य विभाग को जलाशय का संरक्षण करने के लिए शख्त निर्देश भी जारी है। बावजूद इसके मछली माफियाओं द्वारा शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए रिहंद जलाशय के चनावल, धुम्मा डांड़, खम्हरिया, राजो, बंका, बोट पोवाइंट सहित दर्जनों स्थानों पर डेरा डालकर बड़े पैमाने पर नाव द्वारा जाल से मछलियां मारी जा रही हैं। इन मछलियों को मारकर यह लोग एमपी के विध्यनगर से स्थानीय और दूर की मंडियों में भेजने का कार्य किया जाता है। इस बाबत जब एडीएफ मत्स्य राजकुमार ने बताया कि रिहंद बांध की पेट्रोलिग की जाती है। इस दौरान कुछ लोग पकड़े भी गए थे, जिनको थाने को सुपुर्द किया गया था। बावजूद रिहंद जलाशय का क्षेत्रफल काफी लंबा चौड़ा है इस लिए सुरक्षा में कुछ कमी रह जाती है। सुरक्षा और बढ़ाई जा रही है।