सीएचपी के शैलो में जमे कोयले में लगी आग

एनसीएल कृष्णशिला परियोजना के सीएचपी (कोल हैंडलिंग प्लांट) के शैलो में जमे कोयले में बुधवार देर रात अचानक आग लग गई। शैलो से धुआं उठता देख मौके पर मौजूद कर्मियों में अफरा तफरी मच गई। तत्परता दिखाते हुए प्रबंधन द्वारा अथक प्रयास के बाद गुरुवार दोपहर आग पर काबू पाकर बड़ी क्षति की संभावना को टाला गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 05:38 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 05:38 PM (IST)
सीएचपी के शैलो में जमे कोयले में लगी आग
सीएचपी के शैलो में जमे कोयले में लगी आग

जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : एनसीएल कृष्णशिला परियोजना के सीएचपी (कोल हैंडलिंग प्लांट) के शैलो में जमे कोयले में बुधवार देर रात अचानक आग लग गई। शैलो से धुआं उठता देख मौके पर मौजूद कर्मियों में अफरा तफरी मच गई। तत्परता दिखाते हुए प्रबंधन द्वारा अथक प्रयास के बाद गुरुवार दोपहर आग पर काबू पाकर बड़ी क्षति की संभावना को टाला गया। रेल रैक लोड करने के लिए कृष्णशिला परियोजना के नवनिर्मित सीएचपी के शैलो के नार्थ व साउथ द्वार से कोयले की निकासी की जाती है।

कतिपय कारणों से ट्रायल के बाद भी अभी सिर्फ नार्थ द्वार से कोयले की रैक लोडिग की जा रही है। कई महीने से साउथ द्वार के पास कोयला जमा था। बुधवार देर रात जमे कोयले की आग से शैलो में रेल रैक लोडिग के लिए रखे कोयले के ढेर में भी आग लग गई। मौके पर उपस्थित कर्मियों द्वारा तत्काल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। आनन-फानन में ही घटना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा आग पर काबू पाने का प्रयास प्रारंभ किया गया। जीएम विश्वजीत चौधरी के निर्देशन में सीएचपी इंचार्ज सीएस सिंह व अन्य अधिकारियों द्वारा काफी प्रयास के बाद भी जब आग नहीं बुझी तो गुरुवार सुबह परियोजना के साथ ही जयंत, दुद्धीचुआ व बीना परियोजना से भी फायर बिग्रेड को भी बुला लिया गया। दोपहर तक आग पर काबू पाया जा सका, कितु आग की चपेट में आने से दोपहर मे कंवेयर बेल्ट भी आग से क्षतिग्रस्त हो चुका था। आग बुझाने के प्रयास में बीना परियोजना के जीएम एलपी गोड्से के निर्देशन में वहां के सीएचपी इंचार्ज विप्लव साहा, सहायक प्रबंधक अनुराग कुमार, पीएल पटेल, संजय गुप्ता ने अपनी पूरी टीम के साथ आग बुझाने मे लगे रहे। गर्मी में कोयले में स्वत: लग जाती है आग

बताया जाता है कि लंबे समय से जमे कोयले में गर्मी के मौसम के दौरान स्वत: ही आग लग जाती है। शैलो में आग लगने के पीछे भी यही कारण बताया जाता है। कृष्णशिला परियोजना के सीएचपी से अनपरा परियोजना को प्रतिदिन एक रैक कोयले की आपूर्ति की जाती है। हालांकि साउथ द्वार में आग लगने के बाद भी शैलो से कोयले की लोडिग नार्थ द्वार से पूर्ववत जारी रही।

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