चुनाव ड्यूटी में वाहन न देने पर दर्ज होगी एफआइआर

मतदान का दिन नजदीक आते ही जिला प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। चुनाव ड्यूटी के लिए वाहनों को एकत्र किया जा रहा है। थाने से वाहन स्वामियों को नोटिस भेजकर चेताया जा रहा है। जिला प्रशासन ने 25 व 26 अप्रैल तक वाहन मांगा है। वहीं अधिकारियों ने साफ किया है कि चुनाव ड्यूटी में वाहन नहीं भेजने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 05:13 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 05:37 PM (IST)
चुनाव ड्यूटी में वाहन न देने पर दर्ज होगी एफआइआर
चुनाव ड्यूटी में वाहन न देने पर दर्ज होगी एफआइआर

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : मतदान का दिन नजदीक आते ही जिला प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। चुनाव ड्यूटी के लिए वाहनों को एकत्र किया जा रहा है। थाने से वाहन स्वामियों को नोटिस भेजकर चेताया जा रहा है। जिला प्रशासन ने 25 व 26 अप्रैल तक वाहन मांगा है। वहीं अधिकारियों ने साफ किया है कि चुनाव ड्यूटी में वाहन नहीं भेजने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। इसके अलावा पंजीकरण व परमिट निरस्त की कार्रवाई होगी।

जिले में 29 अप्रैल को मतदान होगा। इससे पहले पोलिग पार्टियां, अधिकारी मतदान केंद्रों और बूथों पर रवाना होंगे। इनके लिए परिवहन विभाग से वाहन मांगे गए हैं, जिसमें छोटे व बड़े वाहनों को शामिल किया गया है। पूरे चुनाव के लिए 1250 छोटे व बड़े वाहनों की जरूरत है। इसे पूरा करने के लिए जिला प्रशासन ने एआरटीओ और संबंधित थाना क्षेत्रों को जिम्मेदारी दी है। एआरटीओ प्रर्वतन पीएस राय ने बताया कि अधिग्रहित वाहनों का नोटिस उनके स्वामियों तक भेज दिया गया है। बताया कि 25 व 26 अप्रैल तक हर हाल में सभी वाहनों को निर्धारित स्थानों पर आना होगा। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन के सख्त रूख को देखते हुए वाहन स्वामियों की धड़कन बढ़ गई है। एआरटीओ प्रर्वतन पीएस राय ने बताया कि चुनाव के लिए वाहन संचालकों को नोटिस भेजने का कार्य पूरा हो गया है। वाहन नहीं देने वाले लोगों के खिलाफ तत्काल एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। इसके अलावा उनके परमिट व पंजीकरण को निरस्त भी किया जा सकता है। बताया कि चुनाव में 850 हल्के वाहन व 400 भारी वाहनों को अधिग्रहित किया गया है। अधिग्रहित वाहनों पर झंडा नहीं रहेगा

एआरटीओ प्रर्वतन पीएस राय ने बताया कि जिन हल्के वाहनों को अधिग्रहित किया गया है उनके स्वामियों को यह हिदायद दिया गया है कि वह अपने वाहनों पर लगे राजनीतिक दल के झंडे उतार कर ही भेजेंगे।

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