किसान संगठनों का रेल रोको आंदोलन असफल

जागरण संवाददाता सोनभद्र संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को देश भर में चलाया गया रेल रोको आंदोलन सोनभद्र में पूरी तरह असफल रहा। आंदोलन को असफल बनाने के लिए पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात रही। वहीं किसान संगठनों के नेताओं को जगह-जगह नजरबंद कर दिया गया था। पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच ने बढ़ौली चौक पर डिप्टी कलक्टेर अरुण कुमार को प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:45 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:45 PM (IST)
किसान संगठनों का रेल रोको आंदोलन असफल
किसान संगठनों का रेल रोको आंदोलन असफल

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को देश भर में चलाया गया रेल रोको आंदोलन सोनभद्र में पूरी तरह असफल रहा। आंदोलन को असफल बनाने के लिए पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात रही। वहीं किसान संगठनों के नेताओं को जगह-जगह नजरबंद कर दिया गया था। पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच ने बढ़ौली चौक पर डिप्टी कलक्टेर अरुण कुमार को प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।

संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको अभियान के समर्थन में सोमवार को पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच तथा पूर्वांचल नव निर्माण मंच के लोग राबर्टसगंज रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने की तैयारी में थे, लेकिन सुबह से ही पुलिस ने मंच के नेता श्रीकांत त्रिपाठी, गिरीश पाण्डेय, अभय पटेल, रमाकांत तिवारी तथा सुमित को घर पर नजरबंद कर दिया। राब‌र्ट्सगंज के ब्रम्हनगर स्थित आवास पर नजरबंद मंच के गिरीश पाण्डेय पुलिस का घेरा तोड़कर स्टेशन की ओर बढ़े तो बढ़ौली चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान मौके पर पहुंचे डिप्टी कलक्टर अरुण कुमार को प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। मंच के गिरीश पाण्डेय ने ज्ञापन के माध्यम से दोषपूर्ण कृषि कानून की वापसी सुनिश्चित करते हुए नये कृषि कानून के लिए जिम्मेदार लोगों की कमेटी बनाकर किसान हित में नये कृषि कानून का निर्माण कराने की मांग की। कहा कि यदि सरकार द्वारा थोपा जा रहा कृषि कानून उपयोगी है, तो सरकार सरल शब्द में स्पष्ट रूप से लोगों को कृषि कानून का लाभ बताए अथवा कानून वापस ले। उन्होंने लखीमपुर खीरी में मारे गए दोनों पक्ष के लोगों को आर्थिक सहायता देने की मांग के साथ भड़काऊ भाषण देने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करने की मांग भी की। मंच के नेता श्रीकांत त्रिपाठी तथा गिरीश पाण्डेय ने पुलिस के बल पर किसानों की आवाज को दबाने का आरोप लगाया। वहीं रेल रोको आंदोलन कर समर्थन कर रहे भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी नेता आरके शर्मा को पुलिस ने तीन दिन से घर में नजरबंद रखा। सोमवार को भी पूरे दिन वे नजर बंद रहे। भाकपा नेता श्री शर्मा ने कहा कि सरकार अपने दमनकारी नीतियों को दर्शाते हुए किसान हित में आवाज उठाने वाले पुलिस बल से दबाने का काम कर रही है। बताया कि आज तीसरा दिन है, मुझे पुलिस ने घर में नजर बंद कर रखा है।

अगोरी रेलवे स्टेशन पर पुलिस का रहा पहरा

जासं, गुरमा सोनभद्र : चोपन थाना क्षेत्र के अगोरी स्टेशन पर सोमवार को किसान आंदोलन को लेकर रेलवे प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन सक्रिय दिखाई दिया। लेकिन किसानों की कोई चहलकदमी स्टेशन पर नहीं दिखाई दी। रेलवे पुलिस प्रशासन और चोपन पुलिस प्रशासन सुबह सात बजे से ही अगोरी स्टेशन पर मुस्तैद रहा। अगोरी स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक केशव प्रसाद ने बताया कि किसानों की आंदोलन को देखते हुए अगोरी स्टेशन पर सुबह से ही जीआरपी चोपन, आरपीएफ चौकी चुर्क व चोपन पुलिस दल बल के साथ मौजूद रही और सीओ का भी वाहन चक्रमण करते देखा गया।

पुलिस रही सतर्क

जासं, गोविदपुर (सोनभद्र) : म्योरपुर रोड रेलवे स्टेशन पर पुलिस दिन भर डटी रही। म्योरपुर थाना क्षेत्र के रन टोला गांव में स्थित रेलवे स्टेशन पर किसान आंदोलन के तहत देशव्यापी रेल रोको आंदोलन को विफल करने में म्योरपुर पुलिस के जवान स्टेशन, रेलवे क्रासिग के पास पूरे दिन अलर्ट मोड़ में ड्यूटी देते रहे। हालांकि किसी संगठन द्वारा इस क्षेत्र में किसी प्रकार की हरकत नही की गई। थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार त्रिपाठी स्वयं भी पूरे क्षेत्र में चक्रमण करते रहे।

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