अत्याधुनिक खनन तकनीकी पर दिया जोर
जासं अनपरा (सोनभद्र) एनसीएल में आयोजित दो दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस आन ओपेन कास्ट माइनिग
जासं, अनपरा (सोनभद्र) : एनसीएल में आयोजित दो दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस आन ओपेन कास्ट माइनिग टेक्नालजी एंड सस्टेनिबिलिटी (आइकाम्स) का समापन हो गया। इसमें देश-विदेश के प्रतिष्ठित खनन पेशेवरों, तकनीकी विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं तथा विद्यार्थियों ने ओपेन कास्ट खदानों में उत्पादन, उत्पादकता, सुरक्षा समेत कानूनों में बदलाव का कोयला खनन पर असर व अन्य आधुनिक तकनीक के विषयों पर 85 शोध पत्र प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि एनसीएल के निदेशक डा. अनिद्य सिन्हा ने कहा कि आइकाम्स एनसीएल के लिए ज्ञान का उत्सव है, जहां पर विश्व के विशेषज्ञ अपने शोध पत्रों के माध्यम से महत्वपूर्ण सुझाव देते हैं। इनको एनसीएल में योजनाबद्ध तरीके से लागू किया जाता है। निदेशक एसएस सिन्हा ने आइकाम्स को सफल बनाने में लगी एनसीएल की महिला ब्रिगेड, यंग ब्रिगेड एवं आईआईटी बीएचयू की टीम की सराहना की। आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर पीयूष राय ने कहा कि आइकाम्स इंडस्ट्री एवं शिक्षण संस्थानों के समन्वय से पर्यावरणीय खनन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं।
बीएचयू के स्टार्ट-अप रहे आकर्षण :
कांफ्रेंस के दौरान आयोजित प्रदर्शनी में एनसीएल-आईआईटी बीएचयू इंक्यूबेशन सेंटर से संबद्ध लगभग 20 स्टार्ट-अप कंपनियों ने खनन क्षेत्र से संबंधित नवीनतम प्रौद्योगिकी व नवाचारों, स्वच्छ ऊर्जा, आटोमेशन, कृषि उत्पाद, मोती, मशरूम व जैविक खेती जैसे बहुआयामी विषयों पर आगंतुकों को जानकारी दी। प्रदर्शनी में 50 कंपनियों ने अपने उत्पाद व सेवाओं से लोगों को अवगत कराया। प्रदर्शनी में शामिल कंपनियों को सम्मानित किया गया।