आठ माह की गर्भवती तो किसी की दो जगह पर लगा दी चुनाव ड्यूटी

अनदेखी -दिव्यांग व बीमार महिला शिक्षकों का भी ड्यूटी में किया गया चयन -महिला शिक्षकों की ड्यूटी लगाने पर अटेवा ने जताई आपत्ति

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 06:05 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 06:05 PM (IST)
आठ माह की गर्भवती तो किसी की दो जगह पर लगा दी चुनाव ड्यूटी
आठ माह की गर्भवती तो किसी की दो जगह पर लगा दी चुनाव ड्यूटी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : दिव्यांग, गर्भवती, बीमार या फिर मातृत्व अवकाश लेने वाली महिलाओं की भी पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई है। अटेवा (आल टीचर्स एंड इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन) महिला मोर्चा ने इसका विरोध किया है। एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रंजना सिंह ने कहा कि महिला शिक्षकों के ऊपर कई जिम्मेदारी होती है, ऐसे में उनका चुनाव में ड्यूटी लगाना उचित नहीं है। महिला शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी से अवकाश देना चाहिए।

रंजना ने बताया कि कई शिक्षिका ड्यूटी से नाम हटवाने के लिए सीडीओ कार्यालय का चक्कर काट रही हैं। बताया कि सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पनकिनिया की सहायक अध्यापिका अनीता चौधरी सात माह की गर्भवती हैं, लेकिन उनकी भी ड्यूटी लगाई गई है। निर्वाचन फार्म भरते समय ही अनीता ने गर्भावस्था वाले कालम में टिक लगाया था। जिले में ऐसे मामले भी सामने आए हैं कि जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, उनकी शादी भी उसी समय है। जैसे अनुदेशक सीमा सिंह उच्च प्राथमिक विद्यालय देवरी न्याय पंचायत तरावां की शादी 28 अप्रैल को है। वह चुनार की रहने वाली हैं। उनकी भी ड्यूटी लगी है। प्राथमिक विद्यालय खचार में तैनात रंजना राय जो दिव्यांग है, उनकी भी चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई है। कंपोजिट विद्यालय सिद्धिकला चुर्क न्याय पंचायत दिव्यांग पीयूष चतुर्वेदी की भी ड्यूटी लगा दी गई है। इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय भभाइच की शिक्षिका कीर्ति बरनवाल की चतरा और बभनी दोनों जगह ड्यूटी लगा दी गई है। घोरावल ब्लाक की शिक्षिका आकृति सिंह कानपुर नगर की रहने वाली है और उनकी शादी 30 अप्रैल को है। ऐसे में शिक्षिका के साथ पूरा परिवार मानसिक रूप से परेशान है। म्योरपुर ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय कानोरिया की प्रधानाध्यापिका ऊषा चौबे की बेटी खुशी जो मानसिक विकलांग है, उनकी ड्यूटी भी चुनाव में लगा दी गई। इसी विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र किरण राय की बेटी लक्ष्मी भी मानसिक विकलांग है। उच्च प्राथमिक विद्यालय कानोरिया की सहायक अध्यापिका ज्योत्सना जो कि 9 माह की गर्भवती है, उनकी भी ड्यूटी लगी है। वर्जन--

अगर कोई महिला शिक्षक बीमार या गर्भवती है तो मेडिकल बोर्ड के सामने प्रस्तुत हो। बोर्ड द्वारा अनुमति मिलने के बाद उनकी चुनावी ड्यूटी काट दी जाएगी।

- रामबाबू त्रिपाठी, डीडीओ, सोनभद्र।

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