अकीदत के साथ मना ईद मिलादुन्नबी पर्व
जागरण संवाददाता सोनभद्र जश्ने ईद मिलादुन्नबी (बारावफात) का पर्व मंगलवार को जिले में पूरी अक
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जश्ने ईद मिलादुन्नबी (बारावफात) का पर्व मंगलवार को जिले में पूरी अकीदत के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान मस्जिदों के साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने अपने घरों को भी सजाया। मुस्लिम बस्तियां बिजली के झालरों की रोशनी से जगमगा रही थी। कोविड प्रोटोकाल के तहत जुलूस पर पाबंदी लगाई गई थी। राबर्ट्सगंज में धूम धाम के साथ ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया गया गौरतलब है कि प्रशासन की तरफ से कोविड गाइडलाइंस बनाई गई और उसी गाइडलाइंस का पालन करते हुए ही 18 अक्टूबर रात से ही पर्व की शुरूआत हो गई थी।
मुस्लिम बहुल इलाकों में युवाओं द्वारा आकर्षक सजावट जिसमें पतंगों, विद्युत झालर और साज सज्जा पर विशेष ध्यान दिया गया था। भोर से ही फातेहा ख्वानी और मिलाद का प्रोग्राम शुरू हुआ, जिसमें मौलाना सगीर, मौलाना खुर्शीद, कारी जावेद मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने युवाओं के कार्यो की प्रशंसा और प्रोत्साहन भी दिया और साथ ही साथ देश मे अमन चैन की दुआ भी की। इस मौके पर सदर मुश्ताक खां, हिदायत उल्ला खां, जुनैद अंसारी, मुशाहिद रजा एजा•ा कादरी (प्यारे) दानिश खां, इरशाद अंसारी, आफताब कादरी, कुतुबुद्दीन अंसारी, तौकीर अहमद (विक्की) सैफी, आदिल, अंसारी, सलमान मासूमी आदि मौजूद रहे। इसी तरह आसनडीह में जश्ने ईद मिलादुन्नबी को लेकर क्षेत्र में जगह जगह मिलाद व बच्चों ने गल्ली मुहल्ले में भ्रमण कर नबी के शांति व अमन का पैगाम को लोगों तक पहुचाया। बताया कि मुहम्मद साहब ने चालीस साल की उम्र में लोगों को इस्लाम की पैगाम दिया और लोगों से अमन व शांति का पैगाम दिया। मुहम्मद साहब खुदा के आखिरी पैगंबर थे। उन्होंने बताया की बेटियां घर की रौनक हैं और मां के कदमों में ही जन्नत हैं इसलिये औरतो का ऐहतराम करो। उन्होंने नशा को हराम कहा। समाज की हर बुराई को खत्म किया। वहीं बभनी, बरवाटोल, चपकी, असनहर, बडहोर, डूमरहर, सहित कई गांव के लोग अपने अपने गांव मुहल्ले में इदमिलादुन्नबी को बहुत अकीदत के साथ मनाया। इस दौरान पुलिस अपने लावलश्कर के साथ मौजूद रही। इस मौके पर मौलाना मजमुद्दीन, सदर अबदुल कुद्दूस, अनवर हुसैन, सारिफ खान, सफीक खान आदि लोग मौजूद रहे।