दिव्यांग ने चौकी इंचार्ज पर पिटाई का लगाया आरोप

जासं दुद्धी (सोनभद्र) संपूर्ण समाधान दिवस में जन सुनवाई करने आये पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिह।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 09:59 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 09:59 PM (IST)
दिव्यांग ने चौकी इंचार्ज पर पिटाई का लगाया आरोप
दिव्यांग ने चौकी इंचार्ज पर पिटाई का लगाया आरोप

जासं, दुद्धी (सोनभद्र) : संपूर्ण समाधान दिवस में जन सुनवाई करने आये पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह को दिए शिकायती पत्र में अमवार गांव निवासी दिव्यांग रामसागर ने अमवार चौकी इंचार्ज पर पीटने एवं सिपाहियों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है। दिव्यांग की बातों को गंभीरता लेते हुए एसपी ने मामले की जांच सीओ राम आशीष यादव को सौंपी। वहीं मामले में चौकी इंचार्ज ने आरोपों की सिरे से नकराते हुए कहा कि एक घरेलू विवाद की शिकायत पर करीब दस दिन पूर्व दिव्यांग को चौकी पर तलब कर उसकी गलती पर डांट फटकार लगाई गई थी। दिव्यांग राम सागर ने शिकायती पत्र के जरिये आला अधिकारी को बताया कि चौकी इंचार्ज गांव के एक पूर्व हिस्ट्रीशीटर के इशारे पर उसे पकड़ कर चौकी ले गए। उसकी बुरी तरह पिटाई कर वही बैठाए रखे। वहीं तैनात सिपाहियों ने उससे सात हजार रुपये लेने के बाद रात करीब एक बजे घर जाने दिया। एसपी के निर्देश पर सीओ ने दिव्यांग का तत्काल बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दिया है।

अनियमितता का आरोप, सौंपा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, घोरावल (सोनभद्र) : स्थानीय तहसील क्षेत्र के घोरावल रजवाहा के किनारे बन रही सड़क में अनियमितता व गिट्टी डालकर छोड़ने पर अधिवक्ताओं ने मंगलवार संपूर्ण समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र दिया। अधिवक्ताओं ने तहसीलदार विकास पांडेय को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि गत महीनों से लगभग छह किमी. सड़क को सोलिग गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। इससे आवागमन करने में राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही आए दिन इस मार्ग पर हादसा होने की संभावना बनी रहती है। सड़क पर डाली गई गिट्टी पर रोलर भी नहीं चलाया गया है। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि सड़क बनाने में घोर अनियमितता बरती जा रही है। सड़क की जांच कराकर कार्रवाई किए जाने की मांग की। इसमें तहसील अधिवक्ता समिति के प्रभारी अध्यक्ष जय सिंह, आदिनाथ मिश्रा, राम अनुज धर द्विवेदी, सचिदानंद चौबे, राजेश कुमार पांडेय, राजेंद्र पाठक, संतोष तिवारी, रामनरेश विश्वकर्मा आदि थे।

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