सड़क व नाली बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन
सड़क व नाली बनवाने की मांग को लेकर बिल्ली गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार को मोतीचंद चौराहा पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने नगर पंचायत के खिलाफ नारेबाजी की। रजत शर्मा व जय प्रकाश ने बताया कि बीते 21 मई को उपजिलाधिकारी व 27 मई को अधिशासी अधिकारी को पत्र देकर गांव की स्थिति से अवगत कराते हुए सड़कों पर तत्काल भस्सी गिराकर राहत दिलाने की मांग की गई थी।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : सड़क व नाली बनवाने की मांग को लेकर बिल्ली गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार को मोतीचंद चौराहा पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने नगर पंचायत के खिलाफ नारेबाजी की। रजत शर्मा व जय प्रकाश ने बताया कि बीते 21 मई को उपजिलाधिकारी व 27 मई को अधिशासी अधिकारी को पत्र देकर गांव की स्थिति से अवगत कराते हुए सड़कों पर तत्काल भस्सी गिराकर राहत दिलाने की मांग की गई थी। अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी अभी तक कोई राहत नही मिल सकी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में गांव की स्थिति इतनी खराब हो गयी है कि मोती चौराहा से आंबेडकर रोड पर चलना मौत को दावत देने के बराबर हो गया है। उन्होंने बताया कि मोती चंद चौराहा सहित आंबेडकर मार्ग पर घुटने से अधिक जल जमाव हुआ है। इस मार्ग पर बने बड़े-बड़े गड्ढों में पानी भर जाने से अक्सर बाइक सवार गिर जाते हैं। इस मार्ग पर चलने से राहगीर कतरा रहे हैं। नालियां न होने से घरों पा पानी भी सड़क पर ही बह रहा है। जल जमाव होने से गांव में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। उन्होंने नगर पंचायत पर तरह-तरह के बहाने बनाकर अनदेखी करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि नगर पंचायत जल्द राहत नहीं दिलाया तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर प्रदीप कुमार, विशाल, राहुल शर्मा, जीतेंद्र, राकेश, बब्बू मिस्त्री, लल्ली, संजय कुमार, आकाश कुमार, राम वीरेंद्र, सूरज, रोशन कुमार आदि मौजूद रहे। अवई गांव वर्षों से संपर्क मार्ग से वंचित
जागरण संवाददाता, गुरमा(सोनभद्र) : सदर विकास खंड क्षेत्र के मारकुंडी स्थित राजस्व गांव अवई तमाम विकास योजनाओं के बावजूद आज के परिवेश में भी संपर्क मार्ग से वंचित रह गया है। इसके चलते बरसात के मौसम में लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है।
राजस्व गांव अवई मुख्य संपर्क मार्ग से लगभग एक किमी की दूरी पर है, लेकिन तमाम पंचवर्षीय योजन बीतने के बाद भी आज तक किसी भी जनप्रतिनिधियों की तरफ संपर्क मार्ग बनवाने की सुध नहीं ली गई है। ग्रामीण विजय पाल, अनिल पांडेय, अरुण पांडेय, मुराहु, सुभाष, रमेश, सुरेश, शशिपाल, रजनीश आदि लोगों ने बताया कि बरसात के मौसम में छोटे-छोटे स्कूली बच्चों के साथ ही आम जनमानस को नालियों के पानी के किचड़ से गुजने के बाद रेलवे लाइन पकड़ कर सफर तय करना पड़ता है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराते हुए सपंर्क मार्ग की मरम्मत कराए जाने की मांग की।