मानक के विपरीत ब्लास्टिग करने का आरोप
खतरा. - खम्हरिया गांव में निर्माणाधीन नमामि गंगे पेयजल परियोजना का हो रहा काम - बगैर सूचना दिए मनमर्जी हो रही ब्लास्टिग ग्रामीणों में आक्रोश
जागरण संवाददाता, बीजपुर(सोनभद्र) : म्योरपुर ब्लाक के खम्हरिया गांव में निर्माणाधीन नमामी गंगे पेयजल परियोजना में मानक के विपरीत हो रही ब्लास्टिग से आम जनजीवन को खतरा उत्पन्न हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ब्लास्टिग से पहले मुनादी नहीं कराई जाती है। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।
ग्रामीण इस्माइल शेख ने बताया कि जब ब्लास्टिग की जाती है तो आसपास पशु व ग्रामीण भी होते हैं और धमाके की आवाज के बाद मौके से भागते हैं। ग्रामीण विसुन कुमार ने बताया कि कभी दिन में तो कभी रात में ब्लास्टिग की जा रही है। ब्लास्टिग के शोर से नींद हराम हो चुकी है। किसी को सूचना भी नहीं दी जाती और मनमर्जी से ब्लास्टिग हो रही है। इतना ही नहीं सतर्कता के लिए मौके पर सुरक्षा टेप और बोर्ड भी नहीं लगाए जाते। ब्लास्टिग के लिए शासनादेश के अनुसार एक तय समय सीमा होनी चाहिए, लेकिन यहां कब तक कितनी देर तक ब्लास्टिग की जाएगी यह सब मनमानी करने से लोगों की दिनचर्या बिगड़ गई है। नाम न छापने की शर्त पर श्रमिकों ने बताया कि कंपनी द्वारा सुरक्षा जूते, जैकेट, हेलमेट अभी तक उपलब्ध नहीं कराए जाने से आक्रोश है। सेप्टी टैंक और पंप हाउस सहित वाटर ट्रीटमेंट एरिया में भारी भरकम तालाब की तरह खोदे गए गड्ढे के आसपास सावधानी तथा खतरा जैसे कोई साइन बोर्ड अथवा बैनर तक नहीं लगा कर घोर लापरवाही का परिचय कंपनी की तरफ से दी जा रही है।
इस संबंध में अपर जिलाधिकारी आशुतोष दुबे ने बताया कि अगर इस तरह का काम हो रहा है तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।