ध्वस्तिकरण की कार्रवाई से कई बेरोजगार
जागरण संवाददाता शाहगंज (सोनभद्र) कस्बे में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ने कस्बे के दर्जनों लोगों को बेरोजगार कर दिया है। प्रशासनिक फरमान की वजह से लोग अपने आशियाने को स्वयं उजाड़ रहे हैं। हालत यह है कि किराए के मकान में रहकर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले दुकानदार सड़क पर आ चुके हैं।
जागरण संवाददाता, शाहगंज (सोनभद्र) : कस्बे में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ने कस्बे के दर्जनों लोगों को बेरोजगार कर दिया है। प्रशासनिक फरमान की वजह से लोग अपने आशियाने को स्वयं उजाड़ रहे हैं। हालत यह है कि किराए के मकान में रहकर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले दुकानदार सड़क पर आ चुके हैं। ऐसे में अगर बेरोजगार होने वालों को उचित जगह मिले तो बेहतर होगा।
शाहगंज के संकट मोचन त्रिमुहानी पर कस्बे के दर्जनों दुकानों के जमींदोज होने का खतरा मंडराने लगा है। अतिक्रमण के खिलाफ चलाए गए अभियान का खौफ लोगों मे इस कदर है कि तमाम लोग अपनी-अपनी दुकान समेट कर घर पलायन करने लगे हैं। बता दें कि विगत दो माह से प्रशासन द्वारा कस्बे में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के साथ दर्जनों की तादाद में तहसील कर्मी कस्बावासियों को नोटिस पर थमाई जा रही है। इसका असर भी देखने को मिल रहा और लोग सड़क के दोनों तरफ चिन्हित किए गए दुकानों को स्वयं गिराने लगे हैं। अतिक्रमण हटाने के लिए गुरुवार को पहुंचे कर्मियों के साथ जेसीबी मशीन देखकर कस्बे के लोग सकते में आ गए। हालांकि जेसीबी मशीन अभी सड़क के दोनों तरफ छह-छह फीट मिट्टी निकाला जा रहा है। तमाम लोग प्रशासनिक फरमान से आक्रोशित भी है। उनका कहना है कि हम लोग वर्षों से किसी तरह किराए की दुकान लेकर अपनी रोजी रोटी चला रहे थे। प्रशासन के फरमान की वजह से अब सड़क पर आ गए हैं। दुकान खाली कर घर जाना पड़ रहा है। कस्बे में किराये पर दुकान न मिलने के कारण भी लोग खासा परेशान हैं। जिसकी वजह से कस्बे के सैकड़ों लोगों में बेरोजगारी का संकट पैदा हो गया है।