रेणुका नदी में नाव डूबने से मची अफरातफरी

ओबरा थाना क्षेत्र के रेणुका नदी में दर्जन भर ग्रामीणों को ले जा रही नाव के डूबने से सोमवार की शाम को अफरा-तफरी मच गई। डूब रहे लोगों के चिल्लाने पर नदी के दोनों ओर मौजूद ग्रामीणों ने सात लोगों को बाहर निकाला। वहीं तीन लोग स्वयं तैर कर बाहर आ गए। रात आठ बजे तक दो लोगों की तलाश की जा रही थी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 09:04 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 06:07 AM (IST)
रेणुका नदी में नाव डूबने से मची अफरातफरी
रेणुका नदी में नाव डूबने से मची अफरातफरी

जासं, ओबरा/चोपन : ओबरा थाना क्षेत्र के रेणुका नदी में दर्जन भर ग्रामीणों को ले जा रही नाव के डूबने से सोमवार की शाम को अफरा-तफरी मच गई। डूब रहे लोगों के चिल्लाने पर नदी के दोनों ओर मौजूद ग्रामीणों ने सात लोगों को बाहर निकाला। वहीं तीन लोग स्वयं तैर कर बाहर आ गए। रात नौ बजे तक दो लोगों की तलाश की जा रही थी। घटना के काफी देर बाद तक किसी प्रशासनिक अधिकारी के नहीं पहुंचने पर लोगों ने नाराजगी जताई।

प्रतिदिन की तरह ओबरा में दूध बेचने आए लोग शाम पांच बजे के करीब नाव से रेणुकापार के गुरुड़ जा रहे थे। ग्रामीणों के मुताबिक नाव पर कुल 12 लोग सवार थे। नाव सवार लोगों ने बताया कि नाविक गुरुड़ निवासी अमरनाथ के नशे में होने के कारण चकाड़ी निवासी गोर नाव चला रहा था। नाव जैसे ही बीच में पहुंची तो लहरों की चपेट में आने से पलट गई। नाव के पलटने से सभी डूबने लगे। उसमें से नाव चालक सहित तीन पुरुष तैर कर बाहर आ गए। बाकी लोगों को खैरेटिया और गुरुड़ के ग्रामीणों ने बाहर निकाला। 76 वर्षीय प्रभावती देवी एवं 45 वर्षीय राजकुमारी निवासी गुरुड़ का कोई अता पता नहीं चला। ये लोग नाव में सवार थे

मौके पर बाहर निकाले गए ग्रामीणों के अनुसार नांव पर रामरति (35), अंती (32), मुनिया (40), मुन्नी (40), सरस्वती (48) तथा लक्ष्मण(50) को चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर उपचार हेतु भर्ती कराया। साथ हीलालपरी (45) को ओबरा परियोजना चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। वहीं राधे तथा भानो देवी व एक अन्य को उनके घर भेज दिया गया। मौके पर क्षेत्राधिकारी ओबरा भास्कर वर्मा, प्रभारी निरिक्षक ओबरा विजय प्रताप सिंह एवं चोपन प्रभारी प्रवीण सिंह, ओबरा कस्बा चौकी इंचार्ज केजी राय, सपा के जिलाध्यक्ष विजय यादव आदि मौजूद थे। गोतोखर खोजने में जुटे हैं।

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