औड़ी-शक्तिनगर फोरलेन निर्माण अधर में

18 किलोमीटर औड़ी- शक्तिनगर फोरलेन निर्माण में फंसे तमाम पेंच अब भी कायम हैं। इन बाधाओं को दूर करने के प्रति संबंधित विभाग उदासीन है। इससे क्षेत्रवासियों के लिए फोरलेन जी का जंजाल बन गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 04:34 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 04:34 PM (IST)
औड़ी-शक्तिनगर फोरलेन निर्माण अधर में
औड़ी-शक्तिनगर फोरलेन निर्माण अधर में

जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र): 18 किलोमीटर औड़ी- शक्तिनगर फोरलेन निर्माण में फंसे तमाम पेंच अब भी कायम हैं। इन बाधाओं को दूर करने के प्रति संबंधित विभाग उदासीन है। इससे क्षेत्रवासियों के लिए फोरलेन जी का जंजाल बन गया है। ग्राम मिसिरा से खड़िया बाजार तक भूमि के मुआवजे को लेकर वहां के ग्रामीण सड़क बनने नहीं दे रहे हैं। वहीं ग्राम कोहरौल के समीप एक किमी तक ग्रामीण पाइपलाइन नहीं बिछाने दे रहे हैं।

शक्तिनगर थाने से लेकर बस स्टैंड तक फोरलेन की जद में आ रही एनटीपीसी की चहारदीवारी का मामला अधर में है। अनपरा तापीय परियोजना द्वारा एमजीआर रेलवे पुलिया निर्माण के लिए फंड देने में असमर्थता जाहिर की है। साथ ही परियोजना की चहारदीवारी के समीप चर्च का भी मामला जस का तस बना हुआ है। ककरी के समीप झूलन ट्राली शिफ्टिग किए जाने को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है। फोरलेन की जद में आए विद्युत पोलों को शिफ्टिग नही किया जा रहा है। केवल पोल खड़े किए जा रहे हैं। इन सब विसंगतियों को लेकर कार्यदायी संस्था समुचित ढंग से कार्य नही कर पा रही है। गौरतलब हो कि लगभग 187.825 करोड़ रुपये की लागत से 18 किमी फोरलेन निर्माण कार्य की निविदा मई 2018 में की गई थी। इस कार्य की एलओआइ जनवरी 2019 में जारी की गई। 13 अक्टूबर 2019 को फोरलेन निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। उसके बाद से वन व बिजली विभाग की आपसी खीचतान जारी रहा। फोरलेन को लेकर यहां के रहवासियों को काफी आशाएं हैं। फोरलेन की एक साइड औड़ी से बीना तक पहला कोट डामरीकरण किए जाने से लोगों को प्रदूषण से काफी राहत मिल रही है। वर्जन--

सारी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द बाधाओं को दूर कर फोरलेन निर्माण पूरा कराया जाएगा।

उदय नारायण, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी

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