पंचायत चुनाव के बाद कोरोना को लेकर सख्ती के मूड में प्रशासन

जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। पंचायत चुनाव में नामांकन से लेकर मतदान तक उमड़ी भीड़ से सामुदायिक संक्रमण फैलने की आशंका है। अब संक्रमण रोकने के लिए सप्ताह में दो दिन का लाकडाउन की शुरूआत भी हो चुकी है। अभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पंचायत चुनाव लगे हुए हैं लेकिन इसके बाद सख्ती बढ़ाई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:43 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:43 PM (IST)
पंचायत चुनाव के बाद कोरोना को लेकर सख्ती के मूड में प्रशासन
पंचायत चुनाव के बाद कोरोना को लेकर सख्ती के मूड में प्रशासन

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। पंचायत चुनाव में नामांकन से लेकर मतदान तक उमड़ी भीड़ से सामुदायिक संक्रमण फैलने की आशंका है। अब संक्रमण रोकने के लिए सप्ताह में दो दिन का लाकडाउन की शुरूआत भी हो चुकी है। अभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पंचायत चुनाव लगे हुए हैं, लेकिन इसके बाद सख्ती बढ़ाई जाएगी।

शारीरिक दूरी का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान तो नहीं किया गया है, लेकिन बिना मास्क के निकलने वालों से अर्थदंड जरूर वसूला जाएगा। शासन स्तर से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी की गई गाइडलाइन का पालन न करने का ही नतीजा माना जा रहा है कि नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों क्षेत्र में रोजाना 300 से 500 तक कोरोना पाजिटिव निकल रहे हैं। पंचायत चुनाव के कारण अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को नियमों का पालन कराने में विफल हो रहे हैं।

पिछले कुछ दिनों के अंदर जिस तरह से नामांकन, नाम वापसी व चुनाव चिन्ह लेने के लिए नामांकन स्थलों पर आमजन की भीड़ लगी इसको लेकर आमजन में डर का माहौल है। नियमों का पालन कराने वाले अधिकारी चुनावी ड्यूटी में व्यस्त है, जिसके कारण स्थिति और भी खराब हो रही है। इसके अलावा बाहर से जिले में आ रहे यात्रियों को जांच कराकर क्वारंटाइन कराने का आदेश भी सिर्फ कागजो में चल रहा है। अस्पतालों में जगह न होने के कारण बिना लक्षण के दिखने वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है, बीमार मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। मतदान निपट जाने के बाद प्रशासनिक अमला पूरी तरह से सक्रिय होगा इसको लेकर सुबगुबाहट तेज हो गई है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब जो संक्रमित मिलेंगे उन्हें घर भेजने के बजाय क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाएगा। बाहर से आने वाले यात्री भी कोरोना संक्रमित मिलते हैं तो पहले उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। निगेटिव होने के बाद घर भेजा जाएगा।

जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह ने बताया कि जल्द ही इसको लेकर पूरी रूपरेखा तैयार की जाएगी। सख्ती के साथ लोगों को कंट्रोल किया जाएगा। इस महामारी से निपटने के लिए फौरी तौर पर एकमात्र साधन यही है कि लोग एक दूसरे से दूरी बनाए।

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