महीनों बाद सोनांचल में लौटी रौनक, गतिविधियां तेज
कोरोना महामारी को लेकर हुए लॉकडाउन के चलते दो तमाम बंदिशों में जी रहे जिले के लोगों को 67 दिन बार सोमवार से कुछ राहत मिली। केन्द्र सरकार ने अब लॉकडाउन की जगह अनलॉक यानी बंदिशों से मुक्त कर दिया है। इसके लेकर कुछ शर्तों के साथ बस सैलून आटो सरकारी दफ्तर को पूर्ण रूप से खोलने का निर्देश दिया गया है। लेकिन जनपद में अनलॉक प्रथम के पहले दिन की कुछ चीजे खुली हुई मिली तो कुछ बंद रही।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : 68 दिनी लॉकडाउन के बाद सरकार द्वारा सशर्त अनलॉक की घोषणा के साथ जनपद में हलचल मच गई। लोगों में सुबह होने और नगरों की ओर रुख करने की जितनी उम्मीद की गई थी ठीक उसके उलट बड़ी संख्या में लोगों ने स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक निर्देशों के इंतजार करते हुए दिखाई दिए। संभावना थी सुबह बस स्टैंडों, टेंपो, ई-रिक्शा समेत सैलून व सरकारी दफ्तरों में भारी भीड़ होगी। इन जगहों पर सोमवार को मामूली भीड़ दिखाई दी। पहले दिन सोनभद्र डिपो से वाराणसी, मीरजापुर, आजमगढ़, प्रयागराज, शक्तिनगर, आसनडीह, विढमगंज आदि के लिए 12 बसें चलीं। सोमवार को सरकारी दफ्तरों में अधिकारी व कर्मचारी काम करते हुए दिखाई दिए लेकिन, उनकी संख्या कम थी। कलेक्ट्रेट परिसर के मेन गेट को अभी भी आम नागरिकों के लिए नहीं खोला गया है। डूडा विभाग के पास अपनी समस्या सुनाने को पहले बढ़ौली निवासी श्यामलाल ने बताया कि वह कब से कलेक्ट्रेट के मेन गेट के पास खड़े हैं लेकिन, गार्ड अंदर नहीं जाने दे रहे हैं। इसी तरह राजपुर निवासी केशव ने बताया कि उनका लड़का जेल में बंद है।