मां कालरात्रि की उपासना कर लोक कल्याण की कामना

वासंतिक नवरात्र के सातवें दिन मां काली की पूजा अर्चना की मंदिरों में कम ही पहुंचे श्रद्धालु घर पर ही पूजा अर्चना

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 12:04 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 12:04 AM (IST)
मां कालरात्रि की उपासना कर लोक कल्याण की कामना
मां कालरात्रि की उपासना कर लोक कल्याण की कामना

सीतापुर: वासंतिक नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा अर्चना हुई। भक्तों ने विधि विधान से मां के सातवें स्वरूप कालिरात्रि की पूरे श्रद्धा विश्वास के साथ उपासना की। मान्यता है मां के नौ स्वरूपों में से यह स्वरूप अन्य से अलग है। मां ने यह स्वरूप समाज में फैली नकारात्मक शक्तियों के विनाश व भक्तों के कल्याण के लिए धारण किया था। भक्तों ने मां की पूजा अर्चना करते हुए इस समय फैली नकारात्मक बीमारी को दूर करने की कामना की। भक्तों ने घर तथा काली माता मंदिर में पहूंचकर पूजा अर्चना की। शहर के आलम नगर दुर्गा मंदिर, ग्रीकंगज स्थित काली माता मंदिर, नव दुर्गा मंदिर, शीतला माता मंदिर में पहुंचकर माता रानी के मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन किया। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर में कम भक्त पहुंचे। अधिकांश ने घर पर ही देवी मां की उपासना की। हरगांव: कोरोना संक्रमण के प्रभाव के चलते मंदिरों में कम ही भक्त पहुंच रहे हैं। सूर्यकुंड स्थित गौरी माता मंदिर में पुजारियों ने आरती पूजन किया। महमूदाबाद: स्थानीय संकटा देवी मंदिर में भी कम ही भक्त पहुंचे। यहां मंदिर समिति के सदस्यों व कुछ भक्तों ने पूजा अर्चना की। मिश्रिख: दधीच कुंड स्थित प्राचीन अष्टभुजा मंदिर में भी वैसे तो नवरात्र भर भीड़ लगती थी। इसबार कोरोना संक्रमण के चलते कुछ एक भक्तगण ही पहुंच रहे हैं जिन्होंने दर्शन पूजन किया। नैमिषारण्य: आदि शक्ति पीठ ललिता देवी मंदिर, काली पीठ में मंदिर के पुजारियों ने आरती पूजन किया। सातवें दिन मां काली के भक्त कालीपीठ पहुंचकर पूजा अर्चना करते थे, लेकिन इसबार यहां भी कम ही भक्त पहुंचे।

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