संपर्क मार्ग कटा, नदी में समाए 112 बीघे खेत

शारदा व घाघरा नदियों के जलस्तर में आई कमी रेउसा इलाके के तटवर्ती गांवों में कटान कर रही नदियां

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:39 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:39 PM (IST)
संपर्क मार्ग कटा, नदी में समाए 112 बीघे खेत
संपर्क मार्ग कटा, नदी में समाए 112 बीघे खेत

सीतापुर : शारदा व घाघरा नदी की कटान का सिलसिला जारी है। नदियों के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गई है। मंगलवार शाम तक रेउसा इलाके के किसानों की करीब 112 बीघे जमीन नदी की धार में समा गई। आम का बाग और संपर्क मार्ग भी कट गया। वहीं रामपुर मथुरा इलाके के गांवों में भरा पानी कम हो गया, लेकिन ग्रामीणों की मुश्किलें बरकरार हैं।

रेउसा : पानी कम होते ही कटान तेज हो गई है। प्राथमिक विद्यालय कम्हरिया-शेखूपुर पर कटान का खतरा मंडरा रहा है। नदी की धारा स्कूल से महज 20 मीटर की दूरी पर है। वहीं म्योड़ी-छोलहा गांव की पुलिया से बंधा तक जाने वाला संपर्क मार्ग कट गया है। रास्ता कटने से आवागमन बाधित हो गया है।

इन ग्रामीणों के कट गए खेत

कम्हरिया-शेखूपुर गांव के राजकिशोर, कृष्णकांत, राजकुमार, गुड्डू, राकेश, जमुना प्रसाद, विनोद कुमार, सरोज कुमार, रामानंद, लालजी प्रसाद, प्रदीप कुमार की करीब 58 बीघा खेत शारदा में समा गए हैं। ग्राम सभा गोलोक कोडर के पासिनपुरवा, पुत्तीपुरवा, चौकीपुरवा, मरेली, सिसैया बाजार, जंगल टपरी गांव के समीप भी घाघरा नदी कटान कर रही है। म्योड़ी-छोलहा गांव के अवधराम, संदीप कुमार, बृजेश, प्रदीप कुमार, लालू, लालजी किसानों की 54 बीघा खेत भी कट गया।

विभाग ने तेज किया बचाव कार्य

नदी के जलस्तर में कमी आते ही विभाग ने बचाव कार्य तेज कर दिया है। एक्सईएन सिचाई विशाल पोरवाल ने बताया कि, कम्हरिया-शेखूपुर के पास बढइनपुरवा में बचाव कार्य कराया जा रहा है। अन्य स्थानों पर भी बचाव कार्य हो रहा है।

वर्जन

दो दिनों से नदियों के जलस्तर में कमी आई है। पानी कम होने से नदियां कटान कर रही हैं। तहसील कर्मचारी ग्रामीणों को हुए नुकसान का सर्वे कर रहे हैं।

- अनुपम मिश्र, एसडीएम बिसवां

chat bot
आपका साथी