प्रशासन ने गिराई मंदिर की बाउंड्री, ग्रामीणों ने फूंका एसडीएम का पुतला

रामपुर कला के भौंरी गांव में मंदिर की बाउंड्री गिराने का मामला

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:13 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:13 PM (IST)
प्रशासन ने गिराई मंदिर की बाउंड्री, ग्रामीणों ने फूंका एसडीएम का पुतला
प्रशासन ने गिराई मंदिर की बाउंड्री, ग्रामीणों ने फूंका एसडीएम का पुतला

सीतापुर : रामपुर कला के भौंरी गांव में मंदिर की बाउंड्री गिराए जाने से हालात तनावपूर्ण हो गए। ग्रामीणों ने बिना जांच-पड़ताल और वार्ता के बाउंड्री गिराए जाने का आरोप लगाते हुए महमूदाबाद एसडीएम का पुतला भी फूंका है। मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। तनाव को देखते हुए गांव में पीएसी व भारी तादात में पुलिसबल तैनात किया गया है। एसडीएम व सीओ भी मौके पर मौजूद हैं। भौंरी गांव में चकबंदी के पहले से दशकों पुराना दुर्गा माता और हनुमान जी का मंदिर है। मंदिर के पीछे हिस्से में बंजर की जमीन है। बंजर जमीन से ही गांव के लोग निकलते हैं। गांव के मथुरा, लल्लाराम, श्रीकृष्ण, नन्हकऊ, चंद्रिका आदि ग्रामीण खाली भूमि पर मंदिर की बाउंड्री बनवा रहे थे। मिर्जा अनवर हुसैन, मो. असगर, मो. अहमद, अमीनुल हसन, नसीम आदि ने बाउंड्री निर्माण रोके जाने और रास्ता दिलाए के संबंध में शिकायती पत्र दिया था। शिकायत पर लेखपाल काम रुकवा दिया था। शुक्रवार को अधिकारियों ने गांव जाकर मामले की जांच शुरू की तो दोनों समुदायों में तनाव की स्थिति बन गई। इस बीच एसडीएम रामदरश राम ने दोनों पक्षों में वार्ता के पहले ही अ‌र्द्धनिर्मित बाउंड्री गिरवा दी। मंदिर की बाउंड्रीवाल गिरते ही गांव में तनाव बढ़ गया। एसडीएम के सामने ही दोनों पक्षों में बहस हुई। सूचना पर विहिप के दक्ष पांडेय, उत्तम गुप्त, जतिन तिवारी व बजरंग दल के सहित करीब एक दर्जन कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। माहौल बिगड़ता देख रामपुरकला, महमूदाबाद, सिधौली कोतवाली की पुलिस व पीएसी गांव में तैनात कर दी गई। सीओ व एसडीएम ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

शाम के समय फूंका गया पुतला, लगाए नारे

बाउंड्री गिराए जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने शाम करीब छह बजे एसडीएम महमूदाबाद का पुतला फूंका। ग्रामीण देर शाम तक कार्रवाई का विरोध जताते रहे। तनाव को देख पुलिसबल मुस्तैद रहा।

वर्जन

सरकारी जमीन पर कब्जा कर बाउंड्री बनाई जा रही थी। उसे गिराया गया। इसी बात को लेकर विवाद था। एक पक्ष कह रहा था बाउंड्री बनाई जाए वहीं दूसरा अवैध कब्जा हटाने व रास्ते की मांग कर रहा था। पुतला फूंके जाने की जानकारी नहीं है।

- राम दरश राम, एसडीएम महमूदाबाद

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