लखनऊ सिटी अस्पताल को सील करने गई टीम बैरंग लौटी
सीतापुर आदर्श नगर मुहल्ले में लखनऊ सिटी अस्पताल को सील करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
सीतापुर : आदर्श नगर मुहल्ले में लखनऊ सिटी अस्पताल को सील करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम बिना कार्रवाई के लौट आई। एसीएमओ डा. सुरेंद्र शाही ने बताया कि जब वह पहुंचे तो निजी क्लीनिक में ताला लगा था।
संचालक डा. कमलेश यादव को खबर कराई, पर वह आए नहीं। करीब 20 मिनट तक इंतजार के बाद वे लोग बिना कार्रवाई के ही लौट गए। दरअसल, रविवार को लखनऊ सिटी अस्पताल में अप्रशिक्षित कथित डाक्टर ने गर्भवती महिला रुचि यादव पत्नी रोहित यादव का आपरेशन कर प्रसव कराया था। आपरेशन के बाद प्रसूता की मौत हो गई थी। मामला सुर्खियों में आने के बाद जिम्मेदार जागे हैं। इस मामले में अभी तक कार्रवाई शून्य ही है। इस मामले में जिम्मेदार कार्रवाई में हीलाहवाली कर रहे हैं। एसीएमओ डा. सुरेंद्र शाही ने बताया कि लखनऊ सिटी अस्पताल के संचालक डा. कमलेश यादव को नोटिस दे चुके हैं लेकिन, वह दस्तावेज नहीं दिखा रहे हैं। न ही सवालों के जवाब दे रहे हैं और अब भाग रहे हैं। सोमवार को भी पहुंचे थे एसीएमओ
घटना के दूसरे दिन सोमवार को भी एसीएमओ डा. सुरेंद्र शाही संचालक के विरुद्ध कार्रवाई के लिए लखनऊ सिटी अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल में उन्हें डाक्टर मिले थे न ही अन्य स्टाफ। कमरों में ताला लगा था। रोगी भी नहीं थे। यहां एसीएमओ को बबली नाम की एक युवती मिली थी। इसने खुद को एएनएम बताया था। सोमवार को एसीएमओ ने बबली के जरिए संचालक डा. कमलेश यादव को चेताया था। कहा गया था कि मंगलवार तक स्पष्टीकरण दें, अन्यथा अस्पताल सील किया जाएगा। यह था मामला
रविवार को रोहित यादव ने बताया था, वह सुबह आशा के कहने पर गर्भवती पत्नी को प्रसव के लिए लखनऊ सिटी अस्पताल लाया था। दोपहर को डा. कमलेश यादव ने उसकी गर्भवती पत्नी रुचि यादव का आपरेशन किया था। कुछ देर में उसकी मौत हो गई थी। रोहित का आरोप था कि उसकी पत्नी के आपरेशन के लिए डाक्टर ने उनसे 50 हजार रुपये जमा कराए थे। रोहित यादव सांडा खुर्द का निवासी है।