बेटों ने मां का किया कत्ल, दोनों गिरफ्तार
सफाई कर्मी के दो बेटों ने रात में दिया घटना को अंजाम चिल्लाता रहा राम शरण
सीतापुर : पूर्णागिरि नगर में भीम आर्मी से वार्ड 26 से जिपं सदस्य का चुनाव लड़ने वाली रामकली की बेरहमी से हत्या कर दी गई। वारदात को बेटों ने ही अंजाम दिया। रिश्तों के खून से मुहल्ले की महिलाएं भी सहमी दिखीं। घटना शुक्रवार रात 12.30 बजे की है। पुलिस ने आरोपित बेटों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा लिखा है। दोनों गिरफ्तार भी हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक, दंपती ने अपने मकान का आधा हिस्सा बेच दिया था। इसी बात से बेटे माता-पिता से नाराज थे। मुहल्ले वालों से पता चला है कि रामशरण के बेटे आए दिन मां-बाप से विवाद करते थे। शुक्रवार रात को भी इनके घर विवाद हुआ और घटना घटी। घायल पत्नी की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रामशरण एलिया ब्लाक में सफाई कर्मी है, उसके चार बेटे उत्तम, दुर्गेश, नवनीत, सिद्धार्थ हैं। राम शरण ने बताया, शुक्रवार रात में वह पत्नी रामकली के साथ खाना खाने के बाद सोने अकेले छत पर निकले थे। पत्नी नीचे कमरे में ही थी। उसके बेटे रात में छत पर ही मोबाइल देख रहे थे। रात के 12 बजे के दौरान उत्तम व दुर्गेश छत से नीचे गए। इसी बीच वारदात हुई। खबर मिलने पर रामशरण छत से नीचे आया। देखा पत्नी खून से लथपथ थी। पड़ोस में बैट व सिलबट्टा पड़ा था। यह देख वह घबरा गया। घर से बाहर आकर मदद के लिए चिल्लाने लगा। उसने यूपी डायल-112 पर भी काल की, पर फोन रिसीव नहीं हुआ।
पिता ने लिखाया मुकदमा
खबर पाकर रात में ही कोहना चौकी इंचार्ज मोहम्मद रफीक मौके पर पहुंचे थे। कुछ देर बाद सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह भी पहुंच गए थे। मरणासन्न अवस्था में खून से लथपथ पड़ी रामकली को पुलिस जिला अस्पताल लाई, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसी बीच पुलिस ने अभियुक्त बेटों उत्तम व दुर्गेश को गिरफ्तार भी कर लिया था। हत्यारोपित बेटों उत्तम और दुर्गेश के विरुद्ध उनके पिता रामशरण ने नामजद तहरीर दी है जिस पर गैर इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा लिखा है।
नशे की गोली खाता है उत्तम
रामशरन ने बताया, उसका आरोपित बेटा उत्तम नशे की गोली खाता है। तीन-चार महीने पहले उत्तम की पत्नी हरदोई मायके चली गई थी। लौटी नहीं है।
रामकली जिपं सदस्य पद का लड़ी थी चुनाव
राम शरण ने बताया, पत्नी रामकली अभी जिला पंचायत के 26 नंबर वार्ड से सदस्य पद का चुनाव भी लड़ी थी। कुछ मतों के अंतर से वह हार गईं थी। इससे पहले 2015 में भी वह जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ी थी, तब भी वह हार गई थी।