चक्रतीर्थ पर पंचकोणीय आरती का शुभारंभ

सीतापुर विश्वविख्यात चक्रतीर्थ की पंचकोणीय आरती श्रद्धा विश्वास के साथ बुधवार से एक बार फिर प्र

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:50 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:50 PM (IST)
चक्रतीर्थ पर पंचकोणीय आरती का शुभारंभ
चक्रतीर्थ पर पंचकोणीय आरती का शुभारंभ

सीतापुर: विश्वविख्यात चक्रतीर्थ की पंचकोणीय आरती श्रद्धा विश्वास के साथ बुधवार से एक बार फिर प्रारंभ हो गई। जिस समय तीर्थ के पांचों कोणों से आरती हो रही थी उस समय का दृश्य मनोहारी था। वैदिक मंत्रों, आरती के स्वरों, शंख, घंटा की ध्वनि से वातावरण भक्तमय हो गया। कोविड-19 के मद्देनजर सरकार के दिशा निर्देशों के चलते चक्रतीर्थ आरती के अष्टकोणीय स्वरूप को संक्षिप्त कर दिया गया था। सनातन ऋषि सत्संग महाआरती सेवा समिति की ओर से कोरोना काल में आरती तीर्थ के एक कोने से ही कि जा रही थी। कोविड निर्देशों में ढील के चलते चक्रतीर्थ की पंचकोणीय आरती प्रारंभ की गई है। बाबा भूतेश्वर नाथ की आरती के बाद चक्रतीर्थ के पंचकोणों से आरती हुई। आरती से पूर्व मिश्रिख एसडीएम गिरीश झा, तहसीलदार राजेंद्र गुप्ता, मिश्रिख देहात भाजपा मंडल अध्यक्ष भाष्कर मिश्रा, भाजपा नेता मनोज पांडेय, सभासद कमलाकांत मिश्रा को चक्रतीर्थ पुजारी राजनारायण पांडेय ने अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया। आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष सुनीत, उपाध्यक्ष शैलेंद्र शास्त्री, सचिव पुरु, भाष्कर शास्त्री, सचिन पांडेय, विवेक, घनश्याम अग्रवाल समेत सभी पदाधिकारी व श्रद्धालु मौजूद रहे।

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श्रीमनकामेश्वर मंदिर में व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएं

संसू, थानगांव, (सीतापुर): ग्राम मेउड़ी छोलहा के श्री मनकामेश्वर मंदिर पुजारी बसंत शुक्ला व अन्य ग्रामीणों ने अधूरे सामुदायिक शौचालय को पूरा कराने व पेयजल की व्यवस्था की मांग की है। पुजारी ने बताया सामुदायिक शौचालय अधूरा है। इससे यह प्रयोग में नहीं आ पा रहा है, केवल शोपीस बनकर रह गया है। शौचालय के नाम पर दीवार खड़ी कर बाहर रंग-रोगन करके चमका दिया गया, लेकिन सीट अभी तक नहीं रखी गई है। न ही टाइल्स लगाए गए हैं। शौचालय के चारों तरफ बड़ी-बड़ी झाड़ियां लगी हुई है। अधूरा शौचालय प्रयोग में न आने से झाड़ियों से घिर गया है। उन्होंने कहा यहां प्राचीन शिवजी का मंदिर है। इस मंदिर में श्रावण में शिव भक्त आते हैं, कजरी तीज, अमावस्या को मेला लगता है। चैत्र में रुद्र महायज्ञ होता है, श्रावन में अखंड ओम नम: शिवाय का एक महीने तक जप होता है। पुजारी बताते है कि मंदिर में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। एक हैंडपंप लगा हुआ था वह कई वर्षों से खराब पड़ा हुआ है। मंदिर के चारों तरफ बाउंड्री वाल न होने के कारण बेसहारा पशु मंदिर प्रांगण में गंदगी फैलाते हैं। राम खिलावन, नवल किशोर, राम सिंह, श्यामजी, भगौती प्रसाद आदि लोगों ने मंदिर की समस्या दूर किए जाने की मांग की है। बीडीओ रेउसा हनुमान प्रसाद ने बताया कि हमें इसकी जानकारी नहीं थी। अब जानकारी मिली है समस्या का निस्तारण कराऊंगा।

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