रुपये और गाड़ी ले जाओ, चुनाव हमें ही जिताओ
मतदाताओं को मनाने का हर जतन आजमा रहे उम्मीदवार दिल खोलकर खर्च कर रहे हैं उम्मीदवार मतदाताओं की भी चांदी
सीतापुर :जरूरत हो तो रुपया लो। गाड़ी ले जाओ और दावत भी उड़ाओ..शर्त ये है कि चुनाव हमें ही जिताओ। आजकल यह लाइन ब्लाक इलाके की अधिकांश ग्राम सभाओं के उम्मीदवारों पर सटीक बैठ रही है। प्रधान व बीडीसी पद के दावेदार मतदाताओं से मनुहार में रुपया-पैसा पानी की तरह बहा रहे हैं। वोटरों को लुभाने में दिल खोल कर खर्च कर रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य पद के दावेदार भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मतदाताओं की मदद को हर समय तैयार रहते हैं।
केस - एक
एक ग्राम सभा के उम्मीदवार ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का एक अलग ही तरीका निकाला है। मतदाताओं के नाते-रिश्तेदारों का पता कर, उनसे संपर्क कर रहे हैं और वोट के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा मतदाताओं की हरसंभव मदद भी की जा रही है। दावतों का दौर प्रतिदन चल रहा है।
केस- दो
जिला पंचायत सदस्य पद के एक उम्मीदवार ने किसानों की फसलों की सिचाई के लिए डीजल का इंतजाम भी किया है। किसी भी किसान के कहने पर वह सिचाई के लिए डीजल मुहैया करा रहे हैं। इसके अलावा अगर किसी मतदाता को गाड़ी से बाहर जाना है तो गाड़ी का इंतजाम भी कराया जा रहा है। गाड़ी का पेट्रोल भी खुद ही भराते हैं।
केस-तीन
एक ग्राम सभा से दावेदारी पेश कर रहे उम्मीदवार ने तो अपनी गाड़ी को सार्वजनिक कर रखा है। गांव में किसी की तबियत खराब हो या किसी के घर कोई कार्यक्रम हो, उम्मीदवार की गाड़ी हमेशा तैयार रहती है। इसके अलावा मांगलिक कार्यक्रमों में रुपयों-पैसों से भी मदद की जा रही है। उम्मीदवार का एक ही नारा है..रुपया-पैसा ले जाओ, वोट हमे ही देना।