लंबे समय बाद स्कूल पहुंचे छात्र, मित्रों से मिल हुए खुश
आनलाइन नहीं आफलाइन के लिए दोबारा खुले स्कूूल- दो शिफ्टों में लगी क्लास 50 प्रतिशत बुलाए गए छात्र
सीतापुर: लंबे समय बाद जब छात्र विद्यालय पहुंचे तो अपने दोस्तों को देखकर खुशी से झूम उठे। शिक्षक भी लंबे समय बाद अपने बच्चों को देखकर काफी खुश नजर आए। दरअसल कोरोना संक्रमण के कारण अब तक विद्यालय छात्रों के लिए बंद थे। छात्रों को आनलाइन शिक्षा दी जा रही थी। शासन ने नवीं से 12वीं तक के विद्यालयों को दो शिफ्टों में लगाकर छात्रों को पचास पचास प्रतिशत के हिसाब से बुलवाने निर्देश दिए थे। सोमवार को पहले दिन लखनऊ पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य नीलम सिंह छात्रों के स्वागत के लिए गेट पर ही खड़ी थीं। कर्मचारियों ने छात्रों का हैंड सैनिटाइजेशन कराया, कुछ छात्र मास्क नहीं लगाए थे उनको मास्क उपलब्ध कराया गया। छात्रों को क्लास रूम में शारीरिक दूरी के मुताबिक बैठाया गया। महर्षि विद्या मंदिर में प्रधानाचार्य शिक्षा दीक्षित ने छात्र छात्राओं को शारीरिक दूरी के मुताबिक खड़ा करके कोविड नियम समझाए। मास्क लगाए रहने, किसी का कोई सामान न छूने की हिदायत दी। हैंड सैनिटाइजर लगाने के बाद ही क्लास में भेजा। विश्वम्भर इंटर कालेज, पीएन सहगल इंटर कालेज में गेट पर छात्रों का सैनिटाइजेशन किया गया। चित्र: 16 एसआइटी 10 से 13
मित्रों से मिले तो खिले चेहरे
अभी तक आनलाइन पढ़ाई कर रहे थे। आज अपने मित्रों से मिला हूं अच्छा लग रहा है।
अभिनव मिश्रा, कक्षा 12 जितना टीचर से आमने सामने पढ़ने में समझ में आता है वह आनलाइन नहीं है। इसलिए आज अच्छा लग रहा है।
अवंतिका पांडेय, कक्षा 12 बहुत दिन बाद अपने साथियों से मिलकर अच्छा लग रहा है। हालांकि कोरोना है इसका भी पालन जरूरी है।
अंशिका, कक्षा 9 अभी तक शिक्षकों व मित्रों से आनलाइन ही बात होती थी अब आमने सामने मिलना होगा। इस बात की खुशी है।
तान्या अवस्थी चित्र: 16 एसआइटी 14 व 15
अभिभावकों ने पढ़ाया बच्चों को सतर्कता का पाठ
पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए स्कूल खुलना भी जरूरी है। मैंने अपने बच्चे की जेब में सैनिटाइजर रख दिया है। मास्क लगा दिया है। काफी समझा कर भेजा है।
निर्मला अग्रवाल
पढ़ाई सुचारु रूप से चले इसके लिए स्कूल खुलना जरूरी है। बच्चे को सिखाकर भेजा है कि किसी की वस्तु नहीं छूना, शारीरिक दूरी का पालन करना आदि।
कमलेश मिश्रा