हत्यारोपित कांस्टेबल के मामले की जांच करेंगे एसपी

हत्यारोपित सिपाही अवसाद में होने की गुत्थी अनसुलझी है। इसकी जांच एएसपी उत्तरी करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 12:03 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 12:04 AM (IST)
हत्यारोपित कांस्टेबल के मामले की जांच करेंगे एसपी
हत्यारोपित कांस्टेबल के मामले की जांच करेंगे एसपी

सीतापुर : नैमिषारण्य के लेखनापुर के सजायाफ्ता कैदी विनोद सिंह के बेटे प्रवीण सिंह की हत्या में आरोपित कांस्टेबल आशीष मिश्र के अवसाद में होने की गुत्थी अनसुलझी है। इस मामले में एसपी आरपी सिंह ने जांच एएसपी-उत्तरी को दी है।

एएसपी उत्तरी डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया, वह जांच कर रहे हैं। आरोपित कांस्टेबल आशीष अवसाद में था या नहीं, इसे वह कैसे स्पष्ट कर सकते हैं। वर्ष 2016 में तैनात होने के बाद उसकी तैनाती थाने में क्यों नहीं की गई, ये जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा। एसपी आरपी सिंह ने बताया, आरोपित कांस्टेबल आशीष मिश्र की अब तक की सेवा में कोई आरोप नहीं लगा है। ड्यूटी के प्रति वह संजीदा रहता था। कभी किसी से अशिष्टता नहीं की। पुलिस लाइन में कांस्टेबल आशीष मिश्र के बारे में जानकारी की गई तो पुलिस कर्मियों ने बताया कि वह कम बोलता था। लोगों से शिष्टता से बात करता था।

तैनाती के बाद से पुलिस लाइन में था संबद्ध

एसपी ने बताया, प्रवीण सिंह की हत्या में आरोपित कांस्टेबल आशीष मिश्र भर्ती होने के बाद से उसकी वर्ष 2016 में सीतापुर 11 बटालियन पीएसी में ट्रेनिग हुई थी। उसके बाद से वह पुलिस लाइन में तैनात था। इसकी थाने पर कभी नियुक्ति नहीं हुई है। हां, प्रतीक्षा में एक-दो महीने के जरूर गया था। इसके अलावा वह गारद व बैंकों में अस्थाई ड्यूटी करता रहा।

फूट-फूटकर रोया परिवार, ढाढस बंधाती रही पुलिस

सीतापुर : कैदी के बेटे प्रवीण सिंह की हत्या के बाद पुलिस भी अलर्ट मोड में दिखी। गुरुवार शाम लखनऊ से प्रवीण सिंह का शव गांव में पहुंचते ही पुलिस ने बिना देरी के आनन-फानन में उसके शव का अंतिम संस्कार करा दिया है।

अंतिम संस्कार से पहले नैमिषारण्य क्षेत्र के लेखनापुर में सुबह ही सीओ मिश्रिख व नैमिष थानाध्यक्ष पहुंचे थे। इसके बाद एसपी ने खैराबाद, अटरिया, इमलिया सुल्तानपुर, मिश्रिख, संदना थानों के फोर्स को भी लेखनापुर में लगा दिया था। गांव के हर व्यक्ति पर पुलिस की नजर थी।

50 मिनट के बीच हो गया अंतिम संस्कार

लखनऊ से पोस्टमार्टम के बाद मृतक प्रवीण सिंह का शव उसके गांव लेखनापुर में गुरुवार शाम 5.30 बजे एंबुलेंस से लाया गया था। शव पहुंचते ही मृतक की पत्नी, बच्चे और मां बिलखने लगे। गांव में शाम 6.20 बजे के दौरान अंतिम संस्कार करा दिया।

परिवार में बूढ़ी मां के साथ पत्नी, तीन बेटियां हैं

मृतक प्रवीण उर्फ रजनू के परिवार में उसकी बूढ़ी मां है। पत्नी सुनीता सिंह व तीन बेटियां पायल, पलक, डाली हैं। बड़ी बेटी पायल 12 साल की है। प्रवीण विकास सिंह से बड़ा था।

भगलू रैदास की हत्या में सजायाफ्ता है मृतक का पिता विनोद

जेलर आरएस यादव ने बताया, लेखनापुर में ही वर्ष 1997 में भगलू रैदास की हत्या हो गई थी। हत्या के आरोप में दोष सिद्ध होने पर न्यायालय ने 16 मार्च 2021 को अभियुक्त विनोद सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

आश्रितों का मदद को भेजा प्रस्ताव

मिश्रिख एसडीएम गिरीश कुमार झा ने बताया, मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता कोष से मृतक प्रवीण सिंह के आश्रितों को पांच लाख रुपये की मदद देने के संबंध में प्रस्ताव भेज रहे हैं।

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