थोड़े से खर्च में करें जल संचयन
बड़े भवन में बोरिग व टैंक वाले जल संचयन प्लांट पर आता है अधिक खर्च
सीतापुर: अगर, आप भी जल संचयन में सहभागिता करना चाहते हैं तो बस थोड़ा सा खर्च कीजिए। घर अगर 1000 वर्ग फिट का है तो महज 40 से 45 हजार रुपये खर्च करके वर्षा जल को संचित कर सकते है। शाकपिट विधि से ही वर्षा जल को जमीन में नीचे भेज सकते हैं। घर जितना बढ़ा होगा खर्च उसी हिसाब से बढ़ेगा। जेई लघु सिचाई रामेश्वर सिंह के मुताबिक पानी बचाओ की मुहिम में सभी की सहभागिता जरूरी है। गिरते जलस्तर को सही करने के लिए वर्षा जल का संचयन करना होगा। छोटे घर में वाटर हार्वेस्टिग प्लांट बनाने पर महज 40 हजार तक ही खर्च आएगा। इस विधि में एक तीन मीटर का टैंक बनाकर वर्षा जल को नीचे भेजा जा सकता है। बोरिग की जरूरत नहीं पड़ेगी।
टैंक साइज व बोरिग के हिसाब से बढ़ता खर्च:
जेई लघु सिचाई ने बताया कि, अगर एक हजार स्क्वायर मीटर का भवन है तो वाटर हार्वेस्टिग प्लांट निर्माण कर दो से 2.50 लाख तक खर्च आ सकता है। बड़े भवन के लिए टैंक का साइज व बोरिग की क्षमता बढ़ानी होती है। खर्च भी इसी के अनुसार बढ़ता है। वाटर हार्वेस्टिग प्लांट में फिल्टर का होना बहुत जरूरी है।
बड़े मकान में बोरिग विधि ही सही:
विनियमित क्षेत्र के जेई जेपी पांडेय का कहना है कि, घर अगर 5000 स्क्वायर फिट का है तो वहां बोरिग वाला जल संचयन प्लांट ही सही है। टैंक बनाकर उसमें फिल्टर लगाया जाता है और बोरिग से पानी नीचे चला जाता है। लागत टैंक व बोरिग के हिसाब से ही आती है। वाटर हार्वेस्टिग प्लांट पर बहुत अधिक खर्च नहीं आता।
नक्शे के साथ ही वाटर हार्वेस्टिग का निर्देश:
जेई विनियमित क्षेत्र ने बताया कि, नगरीय क्षेत्र के 300 स्क्वायर मीटर के निजी भवन में वाटर हार्वेस्टिग प्लांट बनाने का निर्देश है। यह निर्देश नक्शे के साथ ही जारी होता है। भवन स्वामी को घर निर्माण के बाद सत्यापन भी कराना चाहिए।